गरीब फल विक्रेता के बेटे अमेरिकी कंपनी में चयन

इटारसी। एक गरीब फल विक्रेता के बेटे ने लंबी छलांग लगायी है। उसने साफ्टवेयर इंजीनियरिंग पूर्ण करके अमेरिकी कंपनी में 18 लाख रुपए का पैकेज हासिल कर अपने गरीब पिता की मेहनत को सफल बनाया है। वह सोमवार को भोपाल से बैंगलोर के लिए रवाना होगा जहां वह 30 जुलाई को ज्वाइन करेगा।
फल बाजार में छोटे से हाथ ठेले पर कारोबार करने वाले कमल चौरे के 22 वर्षीय पुत्र शुभम ने अपने पिता की मेहनत को सफल कर दिया है। उसका चयन अमेरिकी कंपनी हॉलमार्क में साफ्टवेयर डेव्हलपर के पद पर हुआ है। शुभम को 18 लाख रुपए का पैकेज मिला है। मालवीयगंज निवासी शुभम चौरे ने कम्प्यूटर के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त एक अमेरिकन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का पद प्राप्त कर शहर को गौरवान्वित किया है। इस प्रतिभावान छात्र ने तो बड़ी गरीबी में जीवन यापन कर यह बेहतर सफलता पायी है। चूंकि शुभम के पिता कमल चौरे रोजी-रोटी की तलाश में बीस साल पहले अपने परिवार को लेकर कांसखेड़ा गांव से इटारसी आये थे जहां अनेक जगह मेहनत मजदूरी कर भारत टाकीज के पास फुटकर फल बेचने का काम शुरु किया और इसी के सहारे अपने तीनों बच्चों को पढ़ाया जिसमें छोटे-बेटे शुभम ने पिता की मेहनत को साकार करते हुए अलग-अलग स्थानों पर शिक्षा ग्रहण कर महज बाईस साल की उम्र में वह मुकाम हासिल किया जिसकी कल्पना भी उसके माता-पिता ने नहीं की थी।
शुभम चौरे ने इस विषय में बताया कि उसका चयन अमेरिका की हॉलमार्क कंपनी में साफ्टवेयर डेव्हलपर के पद पर हुआ है। बेटे की सफलता से उत्साहित फुटकर फल विक्रेता कमल चौरे ने अपने बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारे पुत्र ने आज हमारे परिवार के साथ ही पूरे समाज व शहर को भी गौरवान्वित किया है। चौरिया कुर्मी समाज संगठन के वरिष्ठ सदस्य राधारमन चौरे ने कहा कि अब कुर्मी समाज से बड़ी-बड़ी प्रतिभाएं सामने आ रही हैं।

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