गांधी के मोहन से बापू तक के सफर का चित्रण किया, लगायी प्रदर्शनी

Post by: Manju Thakur

इटारसी। विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर का महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर स्वैच्छिक प्रयास सामाजिक कार्यकर्ताओं, स्कूली बच्चों और आमजन के लिए कौतूहल का विषय रहा। दरअसल, विश्राम गृह परिसर में श्री पाराशर ने महात्मा गांधी के मोहन से बापू बनने तक के सफर को चित्रों के आईने से दिखाने का प्रयास किया था।
केसला के उत्कृष्ट विद्यालय के विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने बच्चों एवं आम लोगों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म से लेकर चंपारण सत्याग्रह तक के जीवनदर्शन को बताने वाली फोटोप्रदर्षनी का संकलन कर उन्हे पोस्टर के माध्यम से आमलोगों तक दर्र्शन करा रहे हैं। अपने स्वयं के व्यय से तैयार इस फोटो प्रदर्शनी का आयोजन इटारसी के विश्राम गृह प्रांगण पर किया गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन लोक निर्माण विभाग के एसडीओ पीके जैन ने किया। विशेष अतिथि के रूप में उपयंत्री एके मेहतो उपस्थित थे।
इस प्रदर्शनी में मोहनदास करमचंद गांधी के बाल्यकाल एवं युवावस्था को प्रदर्शित किया गया है जिसके बारे में आमलोग कम ही परिचित हैं।, राजेष पाराषर ने बताया कि इस प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के वैज्ञानिक विचारों को भी प्रदर्शित किया गया था। प्रदर्शनी में 45 से अधिक वास्तविक चित्र फोटो लैबप्रिंट तथा फ्लेक्स के रूप में हैं। इस प्रदर्शनी में गांधी जी के भाषणों की रिकार्डिंग तथा भजन भी सुनाये जा रहे थे। प्रदर्शनी में बच्चों के लिये चित्रकला तथा विचार अभिव्यक्ति प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया जिन्हें आने वाले दर्शकों के हाथों तत्काल की मैडल पहनाकर सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया गया। जीवोदया संस्था के बच्चों के साथ ही अन्य 200 से अधिक बच्चों एवं आमजन ने प्रदर्षनी का अवलोकन किया।
विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने बताया कि प्रदर्शनी में महात्मा गांधी मोहन से लेकर बापू बनने तक के समय को चित्रों माध्यम से समझाया गया था। हमारी वर्तमान युवा पीढ़ी महात्मा गांधी को तो जानती है, लेकिन उन्होंने मोहन को नहीं समझा और ना जाना। युवाओं को युवा मोहन से अवगत कराने के लिए यह आयोजन का उद्देश्य था। उन्होंने स्वप्रेरणा से यह प्रदर्शनी लगायी और स्वयं ही इसमें सारा खर्च वहन किया है। आदित्य पाराशर ने बताया कि यह प्रदर्शनी 2 अक्टूबर को केसला पहुंचेगी। इस प्रदर्शनी को 150 वी जयंती वर्ष के दौरान नर्मदापुरम संभाग के 150 विद्यालयों तथा छात्रावासों में प्रदर्शित किया जायेगा। इसका समन्यवन एमएस नरवरिया करेंगे।

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