इटारसी। महिला एवं बाल विकास विभाग बच्चों का पोषण स्तर बढाने के लिये जन सहयोग से अटल बाल पालक अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत समाज के प्रमुख व्यक्तियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों को गोद लेकर उनमे दर्ज बच्चों का पोषण बढाने के लिये प्रयास किये जा रहे है।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीताशरण शर्मा द्वारा इटारसी में वार्ड क्रमांक 14 के आंगनबाडी केन्द्र को गोद लिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष ने आज गोद ली गई आंगनबाडी केन्द्र का भ्रमण किया। उन्होंने कम वजन के बच्चो को प्रोटीन पावडर तथा बिस्किट वितरित किये। उन्होंने मौके पर उपस्थित कम वजन के बच्चों के अभिभावकों को बच्चों की स्वास्थ रक्षा पर ध्यान देने तथा पोषण पुर्नवास केन्द्र मे भर्ती कराने की समझाईस दी। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केन्द्र की सुविधाओं के विस्तार के लिये शीघ्र ही आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराये जाएंगे। भवन के बाउंड्रीवाल निर्माण का कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। भ्रमण के समय पार्षद श्रीमती अमृता मनीष ठाकुर एवं अटल बाल पालक श्रीमती शालिनी यादव उपस्थित रही।
इस संबंध मे जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास संजय त्रिपाठी ने बताया की विधानसभा अध्यक्ष डॉ शर्मा द्वारा माह मे कम से कम दो बार आंगनबाडी केन्द्र का भ्रमण किया जाता है। अटल बाल पालक अभियान मे समुदाय की सहभागिता तेजी से बढ रही है। अब तक 301 अटल बाल पालकों द्वारा 380 आंगनबाडी केन्द्रों को गोद लिया जा चुका है। अटल बाल पालकों द्वारा कम वजन के बच्चो के उपचार तथा अतिरिक्त पोषण आहार के लिये लगातार सहयोग मिल रहा है। अटल बाल पालकों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रो मे कूलर, पंखे, कुर्सीयां तथा अतिरिक्त पोषण आहार प्रदान किया जा रहा है।
ओझा बस्ती का निरीक्षण किया
डॉ. शर्मा ने ओझा बस्ती जाकर वहां के लोगों से भी मुलाकात की। पिछले दिनों चली आंधी में करीब आधा दर्जन मकानों की छत उड़ गई थी, डॉ. शर्मा ने वहां जाकर कार्य का निरीक्षण किया, ओझा बस्ती के प्रभावित लोगों से मुलाकात की और चल रहे काम की गति बढ़ाने के निर्देश भी दिए। गौरतलब है कि समाज के प्रबुद्ध वर्ग के सदस्य अटल बाल पालक के तौर पर आंगनवाड़ी केन्द्रों से जुड़े हैं और वहां विद्युत कनेक्शन, कूलर, पंंखे, कुर्सियां, नर्सरी किट तथा अति कम वजन के बच्चों को पोषण आहार के तौर पर सोया, सत्तू, सोना नट्स, सोया बिस्कुट, आंवला कैंडी, प्रोटीन पावडर, सुपुष्टि क्षीरपाक आदि दे रहे हैं। निजी शिशु रोग विशेषज्ञ भी समय-समय पर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक परामर्श दे रहे हैं।