चुनावों को देख गरीब मरीजों की याद आयी : कांग्रेस

Post by: Manju Thakur

इटारसी। चुनावों को आता देख हार की चिंता से परेशान क्षेत्र के भाजपा विधायकों को जिले के गरीब मरीजों की याद आई है, तभी उन्होंने विगत दिनों रोकस की बैठक में प्रभारी मंत्री जालमसिंग पटैल के सामने विशेषज्ञ डॉक्टरों व चिकित्सा सुविधा की कमी का मुद्दा उठाया है, जबकि सच्चाई यह है पिछले डेढ़ दशक से जिले की हर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायकों का कब्जा है और प्रदेश सरकार भी उनकी है। उसके बावजूद सरकारी अस्पताल दुर्दशा के शिकार हैं।
उक्त आरोप कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अशोक जैन ने लगाया है। उन्होंने एक बयान में कहा है होशंगाबाद विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व डॉक्टर सीतासरन शर्मा कर रहे है और इस बार वह विधानसभा अध्यक्ष जैसे संवैधानिक पद पर भी हैं, पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है इसके बावजूद भी जिले में चिकित्सा सुविधाओं और डॉक्टरों की कमी बनी हुई है।
इटारसी का श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय तो वर्षों से उपेक्षा का शिकार बना है। श्री जैन ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में जन सेवा रुग्णालय में डॉक्टर, दवाई और सुविधाओं की कमी नहीं थी। 27 वर्षों में नाक, कान, गला, विशेषज्ञ डॉ.एटी मंगतानी के ट्रांसफर बाद आज तक कोई नाक, कान, गला विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं हुई। अब श्यामा प्रसाद मुखर्जी रिफर करने वाला अस्पताल बन गया
इटारसी में तात्कालिक स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह व नरोत्तम मिश्रा भी आए स्वागत कराया, माला पहनी और स्वागत मंच से घोषणाएं कर चले गए जो आज तक पूरी होने के इंतजार में हैं। जिले में सिवनी मालवा पिपरिया, कामती सहित सुखतवा-केसला जैसे आदिवासी एवं ग्रामीण अंचलों में चिकित्सकों की कमी और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीण आदिवासियों को झोलाछाप डॉक्टरों के चुंगल से फंसकर अपनी जान को दांव पर लगाना पड़ रहा है। सरकार सिर्फ कोरे आश्वासन और भाषणों से जनता का इलाज कर रही है।

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