जांच : किसी बोरे में कम और किसी में ज्यादा मिला गेहूं
होशंगाबाद। समर्थन मूल्य पर मंडी होशंगाबाद में गेहूं खरीदी कर रही जासलपुर सेवा सहकारी समिति द्वारा हर बोरे में घालमेल किया जा रहा था। नापतौल विभाग के अधिकारी ने जासलपुर सेवा सहकारी समिति द्वारा की जा रही खरीदी केंद्र का औचक निरीक्षण किया तो हम्मालों द्वारा किसी बोरे में 400 ग्राम अधिक तो किसी बोरे में 350 ग्राम कम गेहूं भरा जा रहा था जिसे अधिकारियों ने रंगेे हाथों पकड़ा। नापतौल विभाग के अधिकारियों ने वजन किय दस बोरे को पुन: तुलवाया तो दसों बोरों में से हर बोरे का वजन अलग-अलग आया।
नापतौल विभाग की टीम ने मंडी परिसर चल रही समर्थन पर गेहंू खरीदी कर रही जासलपुर सेवा सहकारी समिति के केेंद्र पर अचानक लोकायुक्त के अंदाज दबिश दी और तुले हुये बोरों में दस बोरों को दोबारा तुलवाया जिन दस बोरों को दोबारा तुलवाया है उन सभी का माप करने के बाद अलग-अलग वजन आया। जिस पर नापतौल अधिकारी ने प्रकरण बनाकर दस बोरों को जब्त किया।
मामले में नापतौल विभाग के निरीक्षक जेके भावसार ने बताया कि होशंगाबाद मंडी में सेवा सहकारी समिति जासलपुर द्वारा खरीदी की जा रही है। यहां औचक निरीक्षण करने पर कुछ बोरों में ज्यादा तो कुछ बोरों में ज्यादा गेहूं तौला जा रहा था। औचक निरीक्षण पर ये पकड़ में आ गई है। तुलाई किये दस बोरों को दौबारा तौला तो हर बोरे के अलग-अलग वजन आया है। समिति के खिलाफ प्रकरण बनाया है एवं तौले गये दस बोरों को जब्त कर लिया गया है।
मामले में सहकारी समिति प्रबंधक एमएस चौहान की लापरवाही सामने आने पर समिति के खिलाफ प्रकरण बनाकर दस बोरे जब्त किये हैं लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि जब नापतौल विभाग ने तत्काल तुले दस बोरों को दोबारा तुलवाया तो किसी बोरे में ज्यादा तो किसी में कम गेहूं पाया गया था। अगर समिति द्वारा खरीदी के दिन से सारे गेहूं का वजन दोबारा कराया जाये तो कितना घालमेल निकलेगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि समिति प्रबंधक की लापरवाही से किसानों को कितना नुकसान होता है, इसका अंदाजा उन मापे दस बोरों से ही लगाया जा सकता है जिन्हें दोबारा तौला गया है।