जिले के 294 केन्द्रों पर 15 अप्रैल से होगी गेहूं खरीदी

Post by: Manju Thakur

इटारसी। – कोरोना संक्रमण के बचाव की व्यवस्था पर रहेगा फोकस
– एक दिन में केवल दस किसानों को एसएमएस किये जाएंगे
– गेहूं विक्रय के लिए 76 हजार किसानों ने कराया है पंजीयन

बुधवार 15 अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी होना है। गेहूं और अन्य अनाज के विक्रय के लिए जिले में इस बार लगभग 76 हजार किसानों ने विभिन्न माध्यम से पंजीयन कराया है। खरीद में किसानों, कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। इस वर्ष कोरोना संक्रमण से किसानों और खरीद केन्द्र के कर्मचारियों को बचाने के लिए कुछ अलग तरह की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। खरीद केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा, इसलिए गेहूं खरीद के लिए समितियां केवल दस किसानों को ही एसएमएस भेजकर बुलायेंगी। बिना एसएमएस के कोई खरीदी नहीं की जाएगी।
जिले में इस बार करीब 76 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है जिनसे 294 केन्द्रों पर करीब 11 लाख मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी होगी। खरीदी केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और भीड़ न लगे इसलिए एक दिन में एक खरीदी केंद्र से 10 किसानों को ही एसएमएस भेजें जाएंगे और एक दिन में एक टाइम में पांच और दूसरे टाइम में पांच किसानों की उपज खरीदी जाएगी। जिले में खरीदी 15 अप्रैल से 31 मई तक होना है। सभी किसानों से प्रशासन ने कहा है कि एसएमएस मिलने पर ही उपज लेकर खरीदी केंद्रों तक पहुंचे। किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए हंै कि जब तक आपके पास संबंधित उपार्जन केंद्र से एसएमएस नहीं मिलते घरों से अनाज लेकर न निकलें।

कोरोना से बचाव आधारित व्यवस्था
बुधवार 15 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली खरीद के दौरान कोरोना से बचाव पर आधारित व्यवस्था बनायी जा रही है। हर खरीदी केन्द्र पर सेनेटाइजर की व्यवस्था रहेगी, किसान और केन्द्र के कर्मचारियों के मध्य सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखा जाएगा, किसानों को मास्क लगाकर आना अनिवार्य है, खरीद केन्द्र के कर्मचारी भी मास्क लगाये रहेंगे। जिले के सभी एसडीएम को निर्देश हैं कि वे अपने क्षेत्र में खरीदी केन्द्रों में मूलभूत सुविधाएं जैसे बारदाने, कम्प्यूटर, तौलकांटे आदि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। सभी खरीदी हेतु जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।

15 अप्रैल से 31 मई तक खऱीदी
रबी उपार्जन में चना, मसूर, सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी भी 15 अप्रैल से होगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी के कुल 10 केन्द्र हैं। चना का समर्थन मूल्य 4875 रुपए, मसूर का 4800, तथा सरसों 4425 प्रति क्विंटल के मान से खरीदी की जायेगी। रैसलपुर उपमंडी, जय किसान वेयर हाउस एवं विशाल वेयर हाउस पिपरिया, कृषि उपज मंडी बाबई, कृषि उपज मंडी बानापुरा एवं शिवपुर, कृषि उपज मंडी सेमरी हरचंद, कृषि उपज मंडी होशंगाबाद एवं बनखेड़ी कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर उपज की खरीदी की जायेगी।

उपार्जन के लिए कंट्रोल रूम स्थापित
जिले में गेहूं, चना, मसूर, सरसों की जिला अपूर्ति नियंत्रक ने बताया है कि जिले में किसानो की समस्याओं के निराकरण हेतु कलेक्ट्रेट परिसर स्थित खाद शाखा में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक क्रियाशील रहेगा। कंट्रोल रूम का संपर्क नंबर 7974201531 है। जिला आपूर्ति नियंत्रक ने जिले के किसानो से अपील की है कि वे कंट्रोल रूम पर उपार्जन संबंधी समस्याओं को बताकर समस्याओं का निराकरण करा सकते हैं।

जिले में 76 हजार पंजीयन
गेहूं उपार्जन के लिए होशंगाबाद जि़ले में 2.36 लाख हैक्टेयर रकबे के लिए में कुल 76000 किसानों के पंजीयन हुये हैं। इस वर्ष जिले में कुल लगभग 3 लाख हेक्टर में गेहूं की बोवनी हुई है, जिसमें गेहूं लगभग 92 प्रतिशत क्षेत्र में है। उपसंचालक कृषि जितेन्द्र सिंह ने बताया कि जि़ले में इस वर्ष 50 क्विंटल प्रति हेक्टर के मान से खऱीदी होगी। होशंगाबाद जि़ले में गेहूं की प्रदेश में सर्वोच्च उत्पादकता है। इस वर्ष लगभग दस लाख मैट्रिक टन गेहूं खऱीदी की संभावना है। प्रदेश की लगभग 15 फीसद गेहूं की खरीद होशंगाबाद जिले में होती है जो उत्पादकता में पंजाब की बराबरी पर है।

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