जिले ने आई.टी. से लडी कुपोषण की जंग

जिले ने आई.टी. से लडी कुपोषण की जंग

होशंगाबाद। मां नर्मदा की पावन नगरी होशंगाबाद जिला यू तो पवित्र पुनीत मां नर्मदा के अविरल प्रवाह के लिए प्रसिद्ध है साथ ही पर्यटन नगरी पचमढी व मढई के लिए पूरे विश्व में यह जिला अपनी अनूठी पहचान रखता है लेकिन होशंगाबाद जिला कुछ दिनो पूर्व एक अलग ही कारणो से चर्चा का केन्द्र बिन्दु बना था, वो था आई टी तकनीक के माध्यम से कुपोषण के विरूध जंग। पिछले दिनों जिले में गर्भवती माताओ एवं बच्चों की देखभाल के लिए किए गए विशेष उपाए के सार्थक परिणाम सामने आए। जिले में आई टी के बेहतर प्रयोग से गर्भवती महिलाओ व बच्चों की सेहत में उपेक्षित सुधार के सार्थक परिणाम मिले।
जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग और फिर एकीकृत बाल सेवा विभाग एवं तत्कालिक कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे के निर्देश पर समग्र वात्सल्य साफ्टवेयर बनाया गया। समग्र वात्सल्य साफ्टवेयर में कुपोषित बच्चे, गर्भवती माताओ एवं परिवारो की जानकारी पंजीकृत की जाती है। कुपोषित बच्चे, परिवार का इस साफ्टेवयर में एक बार पंजीयन हो जाने पर कम्प्युटर केटेगरी के आधार पर बच्चों का हैल्थ कार्ड बनाया जाता है। यदि किसी बच्चों में कुपोषण के लक्षण पाए जाते है तो महिला व बाल विकास विभाग की आंगनबाडी कार्यकर्ता से लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी तक को आसानी से उस बच्चे की जानकारी स्वत ही मिल जाती है। इससे विभाग सतर्क होकर बच्चों के उपचार के उपाए शुरू कर देता है। जिले के सभी विकासखण्ड के सभी पोषण पुर्नवास केन्द्र (एन.आर.सी) सेंटर में बच्चो को भर्ती कराकर उनके इलाज की प्रक्रिया शुरू करवा दी जाती है। कुपोषण से बच्चों को मुक्त कराने की सभी प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है जो तब तक चलती है जब तक बच्चा पूरी तरह कुपोषण से मुक्त नही हो जाता है। इस समग्र वात्सल्य साफ्टेवयर की मदद से जहां परिवार से लेकर कलेक्टर तक को बच्चे के स्वास्थ संबंधी अपडेट मिलते रहती है। वही इससे बच्चे के परिजनो और जिला प्रशासन को भी आर्थिक हानि नही होती है। जिले में अब तक एक लाख 6 हजार पंजीयन समग्र वात्सल्य साफ्टवेयर में किए जा चुके है। साथ ही बहुत से कुपोषित बच्चें बेहतर इलाज पाकर स्वस्थ बच्चों की श्रेणी में आ चुके है। होशंगाबाद जिले में डेवलेप किए इस समग्र वात्सल्य साफ्टवेयर की चहुंओर सराहना हुई है। इसी का सार्थक परिणाम है कि भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा गत दिनो नई दिल्ली के हेवीटेड सेंटर में जिले को स्काच स्मार्ट अवार्ड दिया गया। यह साफ्टवेयर पूरे जिले के कुपोषित बच्चों के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर उभरा है।

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