जीआरपी ने पकड़ी सेवन स्टार गैंग
17 वारदात के 7 आरोपियों से 4 लाख का माल जब्त
17 वारदात के 7 आरोपियों से 4 लाख का माल जब्त
इटारसी। जीआरपी ने ट्रेनों में लूट, प्लेटफार्म और रेलवे परिसर में चोरी आदि की 17 वारदात के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इनसे पूछताछ और चोरी का माल जब्त करने के बाद आज रेल पुलिस अधीक्षक तुषारकांत विद्यार्थी ने यहां जीआरपी थाने में मामलों का खुलासा किया। जीआरपी ने इनसे विभिन्न वारदातों के 4 लाख 3 हजार, 5 सौ रुपए का माल जब्त किया है।
जीआरपी एसपी श्री विद्यार्थी ने बताया कि आरोपी कमलेश पिता बाजीलाल धुर्वे 33 वर्ष निवासी सी-केबिन के पास मेहरागांव इटारसी, रोशन उ$र्फ जमीर पिता जमील खान 20 साल पीपल मोहल्ला इटारसी, कल्लू उ$र्फ ओमप्रकाश भदौरिया 25 साल, निवासी ग्राम कनावर जिला भिंड, जो हाल में सोनासांवरी नाका में निवास करता था, शंकर जैसवाल पिता पन्नालाल 21 वर्ष बंगाली कालोनी होशंगाबाद, सुनील कुमार मंडल पिता नरेश मंडल 23 साल निवासी सतना, हाल निवास पंजाबी मोहल्ला, अर्जुन उईके पिता गणेश उईके 20 साल बंगाली कालोनी होशंगाबाद, देवेन्द्र सराठे पिता हल्केराम 21 साल निवासी सोहागपुर को गिर$फतार किया है।
उन्होंने बताया कि ट्रेन में महिला यात्री इनकी साफ्ट टारगेट होती थीं, खासकर मप्र और महाराष्ट्र के यात्री इनके ज्यादा शिकार बने हैं। सत्रह में से 9 वारदात इन्होंने महिला यात्रियों से की हैं। ये ट्रेन में चढ़ते ही अपना टारगेट फिक्स करते थे और फिर मौके की तलाश मेें रहते थे। गेट पर खड़े होकर मोबाइल पर बात करने वाले यात्रियों के मोबाइल पर हाथ मारकर गिराना और लेकर भागना, ट्रेन धीमी होने पर चेन, पर्स, बैग छीनकर भागना, सोते वक्त पर्स, बैग चोरी करना इनका वारदात का तरीका है। शोलापुर, मुंबई, उल्लासनगर, चालीसगांव, जलगांव, धारावी वेस्ट मुंबई एवं मप्र के होशंगाबाद, बैतूल, हरदा, शाजापुर, मुरैना के यात्री इनके शिकार हुए हैं।
टीम में ये थे शामिल
एसआरपी टीके विद्यार्थी के निर्देश, एएसआरपी अनिल सोनकर, थाना प्रभारी बीएस चौहान एवं एसआई बीएस कौरव, एसएन मिश्रा, सहायक उपनिरीक्षक दर्शन सिंह, श्रीलाल, कमलेश पांडे, केएम रिछारिया, रमेश वर्मा, आरपीएफ निरीक्षक विजय सिंह, श्वेता सूर्यवंशी, जीआरपी प्रधान आरक्षक कमलेश, वैभव, दिलीप, विष्णु मूर्ति, दिलीप सेन, विजयादित्य, अमित, कुलदीप, राकेश, संदीप, जगदेश, शिवराज, अशोक त्रिपाठी, प्रदीप, हरिओम, कृष्ण मोहन यादव, राजेन्द्र यादव, संगीता, गुरजीत, साइबर सेल के प्रधान आरक्षक बृजेश शर्मा और विनोद भारती की भूमिका सराहनीय रही।