भूपेंद्र विश्वकर्मा
इटारसी। जहां पूरे देश के अलग अलग हिस्सों से महिलाओं और युवतियों की चोटी कटने की बातें सामने आ रही वहीं आज इटारसी के जुझारपुर गांव में भी कल रात चोटी कटने का मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जुझारपुर निवासी 16 वर्षीय वंदना कुमरे शनिवार रात को लगभग 9 बजे खाना खाकर अपने कमरे में सोने गई। आज सुबह 7 बजे किशोरी की बहन ने सबसे पहले वंदना की कटी हुई चोटी देखी जिसके बाद वंदना को जगाया। कटी चोटी देखते से ही वंदना की तबियत अचानक डर की वजह से बिगड़ने लगी। जिसके बाद वंदना के परिजनों ने उसे शहर के एक निजी चिकित्सक के पास ले गए। चिकित्सक ने किशोरी की जाँच करके उसे प्राथमिक उपचार दिया और परिजन उसे वापिस घर ले गए। परिजनों ने इस संबंध में थाने में कोई भी शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
चोटी कटने को लेकर जब परिजनों और किशोरी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि हमे कुछ नहीं पता कि ये सब कब और कैसे हुआ। वंदना के अनुसार वह रोज की ही तरह अपने कमरे में अकेली सोने गयी थी। हालांकि यह चोटी कटने की इस घटना के पीछे क्या सच्चाई है यह अभी किसी को भी नहीं पता, परंतु घटना से परिवार के साथ ही पूरे गांव में दहशत और डर का माहौल है।
वहीं इस मामले में जब इटारसी थाना प्रभारी रामस्नेह चौहान से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि अगर फरियादी को किसी व्यक्ति पर संदेह हो, जिसने घटना को अंजाम दिया है तो कानून में उसके लिए प्रावधान है। इस शिकायत दर्ज की जाती है, परंतु अगर इसे अन्धविश्वास से जोड़ा जाता है तो उस दशा में पुलिस न ही कोई शिकायत दर्ज करती है और न ही कोई कार्यवाही करती है।