50 वर्षीय शंभू यादव एक सप्ताह से चल रहा था बीमार
प्रमोद गुप्ता /प्रकाश सराटे
रानीपुर। जिले में ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का भला ढिंढोरा पीट जा रहा हो, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था किस तरह से विफल है। इसका अंदाजा रानीपुर के जुवाड़ी गांव में आसानी से लगाया जा सकता है। एक सप्ताह से गांव में मौसमी बीमारी फैली हुई थी। उसके बाद भी स्वास्थ्य महकमे ने खाना पूर्ति के नाम पर गांव में पहुंचकर मामूली उपचार करके अपने कार्य से इतिश्री कर लेता है। स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही से 50 वर्षीय शंभू यादव की गुरुवार रात में मौत हो गई है। जबकि स्वास्थ्य महकमा मलेरिया सहित मौसमी बीमारी से मौत को होने से इंकार कर रहा है। बताया जाता है कि जुवाड़ी में 50 वर्षीय शंभू यादव की मौत हो जाने से आस-पास के गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। विगत 10 से 15 दिनों से गांव में मौसमी बीमारी फैली हुई है, लेकिन एक बार ही स्वास्थ्य महकमा गांव पहुंच पाया है। खंड चिकित्सा अधिकारी उम्र 50 वर्ष होने की वजह से किसी दूसरे कारण से शंभू यादव की मौत होना बता रहे हैं। मामला जो भी हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों दहशत का माहौल बना हुआ है। रानीपुर, छोरी, कुही, माथनी, डांगवा सहित अनेकों गांव में मौसमी बीमारी का प्रकोप है।
इनका कहना है
पिछले 2 दिन से शंभू यादव की का स्वास्थ्य खराब था। दो बार टीम ने जाकर उसका मलेरिया जांच किया था जो निगेटिव आया। उपचार के लिए शंभू यादव को जिला अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन एक दिन बाद अस्पताल पहुंचे उनकी मौत कैसे हुई है। यह जांच के बाद ही पता हो पाएगा।
संजय शर्मा खंड चिकित्साधिकारी घोड़ाडोंगरी