इटारसी। तालाब निर्माण और सौंदर्यीकरण में गड़बड़ी की शिकायत पर नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा बनायी गई समिति ने करीब पंद्रह दिन की जांच के बाद आज नपाध्यक्ष के आदेश से अपनी रिपोर्ट मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सौंप दी है। यह रिपोर्ट संभवत: पीआईसी और परिषद के समक्ष रखी जाएगी और इसके बाद कोई फैसला होगा।
आज जांच समिति के अध्यक्ष भरत वर्मा के साथ सदस्य यज्ञदत्त गौर, अरविंद चंद्रवंशी, अमृता ठाकुर, शासकीय सदस्य सब इंजीनियर संतोष सिंह बैस, टाइम कीपर केशव मालवीय और राजेश दीक्षित की मौजूदगी में सीएमओ अक्षत बुंदेला को बंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट सौंपी गई।
ये बनना है तालाब में
पिछले करीब दो वर्ष पूर्व 2015 में नगर पालिका ने तालाब सौंदर्यीकरण के लिए योजना बनाकर करीब एक करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके लिए 79.06 हजार की तकनीकि स्वीकृति मिली थी। तालाब में इस राशि से पिचिन, एक घाट, एक व्यूडेक, एक जेटी, फैंसिंग, ग्रीनरी, टेबिल, एक टॉयलेट ब्लाक आदि बनना था।
अब तक हुए ये काम
तालाब में घाट निर्माण, व्यूडेक और पिचिन निर्माण हो गया। लेकिन, इसमें पिचिन निर्माण कार्य ही विवादित हो गया है। सूत्र बताते हैं कि जांच समिति ने इसमें खामियां पायी हैं, पिचिन की ड्राइंग-डिजाइन ही बदल दी गई है, इससे प्रोजेक्ट की लागत बढ़ गई है। विवाद होने के बाद पिछले मई-जून से तालाब में काम लगभग बंद पड़ा है।
इनका कहना है…!
तालाब सौंदर्यीकरण की जांच 8 दिन में होना था। अध्यक्ष के आदेशानुसार रिपोर्ट हमने रिपोर्ट सीएमओ को सौंप दी है। उम्मीद है, कार्रवाई होगी और तालाब का काम जल्द से जल्द प्रारंभ होगा। जहां तक गड़बड़ी की बात है तो निश्चित तौर पर गड़बड़ी हुई जिससे काम पिछड़ा और लागत भी बढ़ी है।
भरत वर्मा, सभापति एवं जांच समिति अध्यक्ष
सभी लेबल पर जांच हुई, साइड पर निरीक्षण किया। प्रशासकीय, तकनीकि लेबल पर, अभिलेख की जांच की। कुछ कमियां पायी गई हैं, जांच रिपोर्ट तथ्य सहित सौंप दी है, निर्णय सीएमओ और अध्यक्ष का क्षेत्र अधिकार है।
यज्ञदत्त गौर, जांच समिति सदस्य