तालाब सौंदर्यीकरण योजना : दिखी उम्म्मीद की किरण

इटारसी। मंत्रिपरिषद ने प्रदेश के 21 नगरों में झीलों और तालाब के लिए 56.64 करोड़ की योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की है। इसमें इटारसी का तालाब भी शामिल है। इस खबर के बाद से इटारसी के तालाब की कायापलट होने की उम्मीद को बल मिला है। प्रदेश सराकर इस राशि से झीलों और तालाबों के संरक्षण के कार्य करेगी।
राशि की कमी से इटारसी के तालाब सौंदर्यीकरण का काम बंद पड़ा है। तालाब सौंदर्यीकरण के पहले चरण के सिविल वर्क नगरीय प्रशासन विभाग ने 79 लाख 6 हजार रुपए की तकनीकी मंजूरी दी थी। मास्टर प्लान पर छह माह में काम पूरा करना था। फिलहाल काम बंद है। पॉथवे, रेलिंग, फूलों की क्यारी, लाइट और बैंच लगाने का काम बाकी है, अब परियोजना की लागत भी बढ़ गई है और इस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है। रिवाइज इस्टीमेट के लिए नगरपालिका ने फाइल भोपाल भेजी थी जो यह कहकर लौटा दी गई कि पुराने एस्टीमेट से कम्पयेर करके भेजें।

ऐसे चला प्रोजेक्ट पर काम
शहर का एकमात्र तालाब को पिकनिक स्पॉट की तरह विकसित किया जाए, यह हर नागरिक का सपना है। इसी को ध्यान में रखते हुए इस पर काम शुरु किया गया था। दिसंबर 2015 में इस योजना पर लगभग 1 करोड़ 40 लाख रुपए का इस्टीमेट बनाकर डीपीआर नगरीय प्रशासन संचालनालय भोपाल भेजी। जनवरी 2016 में ई-टेंडरिंग हुई। स्वीकृत राशि से टेंडर 17 प्रतिशत कम का खुला था। काम शुरू हुआ तो तालाब के अंदर की दीवार का एक हिस्सा ढह गया। दीवार की मोटाई बढ़ाकर इसे ढालनुमा बनाया गया। वर्तमान में प्रोजेक्ट का काम देख रहे नपा के सब इंजीनियर आदित्य पांडे का कहना है कि हमने रिवाइस टीएस के लिए भेजा था। लेकिन वहां से पुराने एस्टीमेट से कम्पेयर करके भेजने को कहा है।

अभी ये हैं हालात
अभी पाथ-वे बनाना शेष है, कुछ कांक्रीट का काम रह गया है, रैलिंग लगना है तथा व्यू डेक का काम भी अधूरा पड़ा है। फूलों की क्यारी, फाउंटेन, लाइट और बैंच लगाने का काम शेष है। काम बंद होने से आसपास झाडिय़ां उग आयी हैं। तालाब किनारे टॉय ट्रेन चलाने का सपना भी संभवत: तकनीकि कारणों से पूरा न हो सके। लेकिन, मंत्रि परिषद के निर्णय की खबर के बाद तालाब के काम में एक उम्मीद की किरण और दिखाई पडऩे लगी है।

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