इटारसी। दोपहर में हल्की बूंदाबांदी के बाद रविवार की रात करीब 9:30 बजे इटारसी और आसपास तेज बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। इटारसी के अलावा आसपास के ग्राम भट्टी, गोंची तरोंदा, जुझारपुर, तीखड़, जमानी, कलमेशरा सहित दर्जनों गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि से खेत में खड़ी फसल आड़ी हो गई।
ग्राम भट्टी के किसान मयंक महालहा ने बताया कि गेहूँ की फसल आड़ी हो गई है, क्षेत्र में करीब पांच हजार एकड़ में फसल लगी है और ज्यादातर किसानों ने गेहूं की फसल ही बोयी है। फसल आड़ी होने से दाना कमजोर हो सकता है। उन्होंने कहा कि बारिश और ओलावृष्टि से करीब बीस फीसदी नुकसान हो सकता है।
जमानी के कृषक हेमंत दुबे ने बताया कि जमानी और तीखड़ के बीच चने के आकार के ओले गिरे हैं। जुझारपुर के किसान विजय चौधरी ने बताया कि गेहूं की फसल आड़ी हो गई है और बारिश तथा ओले से चना और मटर को ज्यादा नुकसान हो सकता है।
शनिवार की रात से वैसे भी मौसम में कंपकंपाने वाली ठंडक थी, सुबह ठंडी हवा ने मौसम को ठंडा बनाए रखा और दोपहर बाद आसमान पर छाए बादलों ने बरसकर मौसम की ठंडक को और बढ़ा दिया। रविवार को दिन में मौसम ने उतार-चढ़ाव दिखाया। सुबह धूप निकली, दोपहर को बादल छाए, बूंदाबांदी हुई और शाम को कुछ देर आसमान साफ होने के बाद फिर बादल घिर आए। मौसम के इस उतार-चढ़ाव से सबसे ज्यादा किसान परेशान था, खेतों में फसल लगभग तैयार खड़ी है।