इटारसी। तेज हवा और पानी ने इटारसी और आसपास सैंकड़ों एकड़ रकबे में खड़ी गेहूं की फसल आड़ी कर दी है। शनिवार की देर शाम अचानक आसमान पर छाए बादल तेज हवा के साथ बरसे जिससे फसलों को नुकसान हुआ है। एक अनुमान के अनुसार गेहूं और चने की करीब तीस फीसदी फसल को नुकसान हुआ है।
शीतऋतु की इस विदाई बेला में हवा, पानी और बर्फबारी का दौर बेमौसम ही चल रहा है। शनिवार रात करीब 9 बजे से संपूर्ण नर्मदांचल क्षेत्र में तेज हवाओं व बादलों की गर्जना के साथ रुक-रुककर तेज व मध्यम गति की बारिश प्रारंभ हुई जो रविवार सुबह 5 बजे तक होती रही। पीपलढाना से लेकर जमानी, तीखड़, मलोथर, टांगना, जैसे तिलकसिंदूर से लगे गांव में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई, जिससे फसल को नुकसान हुआ है। इधर बोरतलाई से लेकर भीलाखेड़ी क्षेत्र में भी हवाओं के साथ तेज बारिश हुई। यहां के किसान महंत रामकिशोर व मनोज चौधरी ने बताया कि 25 फीसदी फसल तो आड़ी हो गयी है और बाकी फसल भी तेज बारिश की मार के कारण प्रभावित होगी। इसका दाना पतला रह जाएगा। धौखेड़ा, पांजरा, रैसलपुर क्षेत्र में भी करीब 20 फीसदी फसल तेज बारिश की मार से आड़ी हो गयी है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता रिंकू चौरे ने बताया कि अभी तीन दिन पहले भी हमारे क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। उसमें भी करीब दस फीसदी फसल आड़ी हो गयी थी और बीती रात फिर नुकसान हुआ है। नुकसान के बावजूद शासन-प्रशासन का कोई नुमाइंदा इन बर्बाद फसलों को देखने नहीं पहुंचा है। शहर के पूर्वी हिस्से में ग्राम सोनतलाई, रामपुर, बिछुआ, मरोड़ा आदि में भी शनिवार की रात से रविवार को सुबह तक हुई तेज बारिश व हवाओं से फसलें प्रभावित हुए हैं। यहां के किसान राकेश मालवीय ने बताया कि करीब तीस फीसदी फसल का नुकसान हुआ है जो आड़ी होकर खराब हो गयी है। इस तरह बेमौसम बारिश ने किसानों को एकबार फिर चिंता में डाल दिया है।