तोतापरी आम लगाने पर मिलेगी 43,200 रुपए की सब्सिडी

उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने दिया किसानों को प्रशिक्षण
इटारसी। प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने आम की किस्म तोतापरी लगाने के लिए किसानों को आज वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी केसला के कार्यालय परिसर में प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रदेश सकरार ने तोतापरी आम के पौधरोपण को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान देने का फैसला किया है। जो किसान इसे अपनाएंगे उनको सरकार 43 हजार 200 रुपए का अनुदान देगी। इस योजना में शामिल होने के लिए किसानों को ऑन लाइन पंजीयन कराना होगा। वर्तमान में यहां 35 एकड़ भूमि के लिए किसानों ने पंजीयन करा लिया है। इन किसानों को आज प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
11 it 5बुधवार को हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में सेवानिवृत्त उद्यानिकी अधिकारी एसके महालहा, केएस तोमर के अलावा जैन इरीगेशन जलगांव से वैज्ञानिक डॉ.मुरलीधर अय्यर आए थे। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य तारा बरकड़े, जनपद पंचायत अध्यक्ष गणपत उईके, प्रभारी एसएचडीओ केके रघुवंशी, उद्यानिकी अधिकारी अमित पांडेय, सरपंच दिनेश भी मौजूद थे। इस दौरान प्रगतिशील कृषक अनिमेष चौधरी पांडूखेड़ी, शिवराम यादव ताकू, आशीष जोसेफ जमानी के अलावा सुखतवा, कालाआखर, इटारसी, सिलवानी, केसला, ताकू, दौड़ी झुनकर, डांडीवाड़ा, मोरपानी, सहेली सहित अनेक गांव के किसान मौजूद थे।
क्या है विभाग की योजना
उद्यानिकी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग की योजना के अनुसार किसान को तोतापरी आम लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए किसानों को प्रति एकड़ 43, 200 रुपए अनुदान मिलेगा। पौधारोपण के लिए ड्रिप पद्धति से सिंचाई होगी। किसान को निर्धारित दरों पर पौधे खरीदने के लिए स्वतंत्र होंगे। जो किसान असमर्थ रहेगा उसे एमपी एग्रो के माध्यम से उद्यानिकी विभाग खरीदकर पौधे उपलब्ध कराएगा। पहले वर्ष जो अनुदान मिलेगा उसमें विभाग पौधे और ड्रिप पद्धति का पैसा समायोजित करके जो बचेगा, किसान के खाते में डालेगा। दूसरे वर्ष किसान को 5, 800 रुपए प्रति एकड़ के माने से और तीसरे वर्ष भी इसी मान से अनुदान मिलेगा।
ऐसे होगा किसानों का चयन
इस योजना में किसानों का चयन कलस्टर बनाकर किया जाएगा। केसला ब्लाक में कलस्टर बनाकर किसानों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। चयनित किसानों को कम से कम एक एकड़ और अधिकतम पांच एकड़ की सीमा तक एक बार अथवा टुकड़ों में योजना का लाभ लेने की पात्रता होगी। जलगांव से पौधे उपलब्ध कराये जा रहे हैं जो जैन इरीगेशन उपलब्ध कराएगा। इसमें किसान और कंपनी के मध्य अनुबंध होगा। कंपनी पौधे उपलब्ध कराएगी और जो फसल होगी, उसे कंपनी स्वयं किसान के उद्यान से ही खरीदेगी। इस तरह से किसान के सामने बाजार की समस्या भी नहीं रहेगी। किसानों की यह फसल जैन इरीगेशन और कोका कोला कंपनी खरीदेगी। एक जानकारी के अनुसार योजना के प्रथम चरण में होशंगाबाद, हरदा और बैतूल जिलों का चयन किया है और यहां करीब एक हजार एकड़ में तोतापरी किस्म के आम का पौधरोपण किया जाएगा।
इनका कहना है…
किसानों की आय दोगनी करने की सरकार की मंशा के अनुसार इस योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। आज केसला ब्लाक के किसानों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें जैन इरीगेशन जलगांव के डॉ. मुरलीधर अय्यर ने किसानों को प्रशिक्षण दिया साथ ही जिले के रिटायर्ड अधिकारियों ने भी अपने अनुभवों का लाभ किसानों को दिया है।
केके रघुवंशी, वरिष्ठ उद्यानिकी अधिकारी केसला

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