दंगाईयों से कैसे निबटा जाए, यह सीख रही पुलिस
होशंगाबाद। किसी भी मौके पर होने वाले दंगे और बलवे में पुलिस की भूमिका कैसी हो, जिला पुलिस बल ऐसे मौकों के लिए कितना तैयार है। यदि कभी जिले में भीड़ उग्र हो जाए, कहीं हिंसक प्रदर्शन हो या बलवा हो जाए तो पुलिस उससे कैसे निबटेगी? यह सारी बातों का प्रशिक्षण आज पुलिस लाइन में वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में जिला बल को दिया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक अरविंद सक्सेना, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशांक गर्ग की मौजूदगी में पुलिस कर्मियों को उग्र भीड़, अवैध जमाव, प्रदर्शनकारियों द्वारा दंगा, बलवा आदि को नियंत्रण करने हेतु वृहद प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया। एसपी श्री सक्सेना ने उग्र प्रदर्शनकारियों, बलवाइयों को नियंत्रण करने के कारगर उपायों एवं अश्रु गैस का कारगर उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान टीयर गैस ग्रेनेड, टीयर गैस सेल एवं गैस गन से चलाए जाने वाले सैल के उपयोग एवं बलवा उपकरणों को धारण करने जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दी। बलवा नियंत्रण में वज्र वाहनों का उपयोग एवं वज्र वाहन से चलाए जाने वाले मल्टी बैरल लॉन्चर को चलाने का प्रशिक्षण साथ ही शराब के नशे में वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु ब्रिथ एनालाइजर द्वारा जांच कैसे की जाकर सजा कैसे, दिलाई जाए? इस बात का भी प्रशिक्षण दिया गया। पुलिस अधीक्षक श्री सक्सेना ने प्रशिक्षण श्रंखला में आने वाले समय में प्रत्येक थानों के अधिकारी एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाने हेतु निर्देशित किया है। इसमें प्रत्येक दिन 10 थानों से एक-एक जवानों को रक्षित निरीक्षक जगदीश पाटिल एवं उनकी आरमोरारी टीम द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा।