धान की फसल को लेकर किसान चिंतित
इटारसी। खेत में धान की फसल की तैयारी है, किसानों को बिजली नहीं मिल रही है। सब स्टेशन पर किसानों को एक ही जवाब मिलता है कि फाल्ट है, तलाश रहे हैं, मिल जाएगा तो सप्लाई चालू कर दी जाएगी। परेशान किसान ने अब बिजली कंपनी के बड़े अफसरों तक अपनी पीड़ा पहुंचायी है, ताकि इस समस्या का कोई निदान मिल सके। जनपद सदस्य कैलाश बड़कुर के नेतृत्व में दिनेश चौधरी, छुट्टेश चौधरी, राजेश मलैया, राजू चौरे, जयप्रकाश चौधरी, श्याम चौधरी, अभिषेक गालर, मनोज चौधरी सहित अनेक किसान ज्ञापन देने आए थे।
ग्राम सनखेड़ा, धौंखेड़ा और तारारोड़ा के किसानों ने आज बिजली कंपनी के उपमहाप्रबंधक विशाल उपाध्याय को एक ज्ञापन देकर कृषि कार्य के लिए नियमित दस घंटे बिजली देने की कंपनी के वायदे की याद दिलायी है। किसानों को कहना है कि उनको नियमित दस घंटे बिजली नहीं मिल रही है, जबकि कंपनी ने कृषि कार्य के लिए दस घंटे बिजली देना निर्धारित किया है। किसान करीब एक माह से लगातार परेशान हो रहे हें और उनकी गुर्रा सब स्टेशन पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनको दस घंटे बिजली नहीं मिली तो आंदोलन करेंगे।
धान की हो रही चिंता
किसानों को कहना है कि वर्तमान में धान की रोपाई का काम चल रहा है। ऐसी में बिजली सप्लाई सुचारू नहीं होने से किसानों को आर्थिक संकट उठाना पड़ेगा, यही चिंता उनको सता रही है। मानसिक रूप से परेशान किसानों का कहना है कि मानसून की बेरुखी से वैसे ही परेशान हैं, उस बिजली विभाग से भी उनको मायूसी ही मिल रही है। उन्होंने बताया कि वे कई मर्तबा बिजली विभाग के रामपुर गुर्रा सब सटेशन के सब इंजीनियर अरुण चंदेल और लाइनमेन से मौखिक शिकायत की है, लेकिन वहां से जवाब मिलता है कि लगातार फाल्ट हो रहे हैं, हम प्रयास कर रहे हैं।
पांच दिन से रोज फाल्ट हो रहे
गुर्रा सब स्टेशन से जुड़े करीब सोलह फीडर्स में से लगभग दस फीडर में पिछले पांच दिनों से कहीं न कहीं रोज ही फाल्ट हो रहे हैं। बारिश और तेज हवा के बाद अक्सर बिजली गुल हो ही रही है। जेई अरुण चंदेल का कहना है कि पिछले पांच दिनों से लगातार फाल्ट हो रहे हैं, हम लगातार उनमें सुधार करके बिजली तो दे ही रहे हैं। कहीं जंफर जल रहे कहीं इंसुलेटर टूट रहे हैं। लोहारियाकलॉ खापा तरफ फाल्ट अधिक होते हैं। फाल्ट क्यों हो रहे हैं, इसका उनके पास भी कोई जवाब नहीं है, बस मौसम के कारण फाल्ट हो रहे होंगे, यही संभावना जतायी जा रही है।
किसानों को लगता है बहाना बना रहे
किसान इतना परेशान हो चुका है कि बिजली कंपनी के हर जवाब को वे बहाना समझ रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब भी शिकायत करें, कोई न कोई बहाना बनाकर उनको सही जानकारी नहीं दी जा रही है और केवल टाल दिया जाता है। इधर अधिकारियों की अपनी दलील है, वे कहते हैं कि लगातार फाल्ट हो रहे हैं, हम सुधार भी कर रहे हैं। इसमें टाइम लग रहा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि उनको दस घंटे बिजली नहीं मिली और आर्थिक नुकसान हुआ तो वे कंपनी के खिलाफ कदम उठाएंगे, इसकी सारी जवाबदारी कंपनी के अधिकारियों की रहेगी।
आठ घंटे दे रहे बिजली
लगातार हो रहे फाल्ट के बावजूद हम किसानों को उनकी फसल के लिए आठ घंटे बिजली दे रहे हैं। इन आठ घंटे में चार घंटे तो लगातार बिजली की आपूर्ति की जा रही है। फाल्ट होने पर तलाशकर जल्द से जल्द ठीक करने का प्रयास भी रहता है। हवा और पानी में फाल्ट होना आम बात है।
अरुण चंदेल, जेई गुर्रा