दो दिन में फाइनल होगा दीवाली बाजार का प्लान
त्योहारी बाजार की व्यवस्था को लेकर सीएमओ से मिले व्यापारी
इटारसी। ‘दीवाली के बाजार का प्लान आगामी दो दिन में फाइनल हो जाएगा। आज रेस्ट हाउस में शहर के सराफा, किराना, कपड़ा सहित अन्य व्यापारिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी से मिलकर अपने सुझाव और त्योहारी बाजार के रोड पर लगने से होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। व्यापारियों ने कहा कि सड़क पर लगने वाले त्योहारी बाजार के टेबिलों से बाजार की यातायात व्यवस्था प्रभावित होती है और उनकी दुकानों तक ग्राहक नहीं आ पाते हैं।
इस वर्ष दीपावली पर छोटे-छोटे कारोबारियों की टेबिल लगाकर या बोरा बिछाकर लगने वाली दुकान से उनका व्यापार प्रभावित न हो, और छोटे व्यापारी भी बेहतर तरीके से अपना व्यापार कर सकें, ऐसा कुछ प्लान तैयार करने की मांग पक्की दुकानों के व्यापारी कर रहे हैं। उनकी यह भी मांग है कि बीच रोड पर हाथ ठेलों पर फल बेचने वालों को भी नियंत्रण में रखा जाए, क्योंकि इनके मनमानीपूर्ण रवैए से बाजार की व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
इन स्थानों के लिए बनी सहमति
रेस्ट हाउस में हुई व्यापारियों और सीएमओ अक्षत बुंदेला के साथ बैठक में तय हुआ कि कुछ व्यवस्थाएं तो पूर्व वर्षों के अनुसार ही रखी जाएं। जैसे पटाखा बाजार गांधी मैदान में लगे, फूल-माला, केले के पत्तों का बाजार फ्रेन्ड्स स्कूल के मैदान में पूर्ववत रहे, लक्ष्मी जी की मूर्ति का बाजार टैगोर स्कूल के साइड से 13 वी लाइन मार्ग पर रहे। अब नयी व्यवस्था के तहत लायी-बताशे, रूई, सीनरी-पोस्टर, साज-सज्जा सामग्री की दुकानों के लिए भी सुझाव आए हैं। अभी नपा को दुकानों की संख्या और स्थान की उपलब्धता पर कसरत करना है, फाइनल प्लान दो दिन बाद ही होगा। लायी, बताशे, रूई, दीये के लिए अग्रवाल भवन से पत्ती बाजार तक का मार्ग और सीनरी और साज-सज्जा के सामान के लिए अटल पार्क के पास पार्किंग वाला स्थान पर सहमति बनी है, तो लक्ष्मी जी की मूर्ति के लिए फल बाजार के नए बने चबूतरों पर दुकान लगाने का सुझाव आया है।
यहां हो सकती है पार्किंग व्यवस्था
दीपावली के लिए मुख्य बाजार में जयस्तंभ के आसपास ट्रैफिक कम करने वाहनों की आवाजाही रोक दी जाती है, लेकिन, जहां वाहन रोके जाते हैं, उससे यातायात व्यवस्था कई बार गड़बड़ा जाती है। क्योंकि पार्किंग के लिए अब तक कोई स्थान तय नहीं किया जाता था। पटाखा बाजार के लिए अवश्य गांधी मैदान में पार्किंग के लिए जगह निकाल ली जाती थी, अन्य बाजार के लिए परेशानी होती थी। इस बार बैठक में शासकीय प्राथमिक पुत्री शाला परिसर के अलावा ऑडिटोरियम की पार्किंग का उपयोग करने का सुझाव आया है। पुत्री शाला में दुकानदारों के वाहन और ऑडिटोरियम में ग्राहकों के वाहन पार्क किए जा सकते हैं। इसी तरह से अग्रवाल भवन से पत्ती बाजार रोड पर सामान खरीदने जाने वालों के लिए भी सब्जी मंडी के पीछे वाहन पार्क करने की सुविधा दी जा सकती है, यहां कमला नेहरु पार्क के पास भी ग्राहक अपने वाहन खड़े कर सकता है।
इनका कहना है…!
आज व्यापारियों से दीपावली के बाजार को लेकर चर्चा हुई है। काफी सुझाव आए और उन पर अमल के लिए मैदानी निरीक्षण भी किया गया। काफी कुछ तय हो गया है, लेकिन, संपूर्ण प्लान को फाइनल करने में दो दिन का वक्त लगेगा क्योंकि दुकानों की संख्या और स्थान की उपलब्धता पर अभी तैयारी करके योजना बनाना है।
अक्षत बुंदेला, सीएमओ