धरना : कांग्रेस सरकार को कोसा, प्रशासन को गूंगा-बहरा बताया
इटारसी। प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा किसानों से वादा खिलाफी के विरोध में शुक्रवार को भाजपा किसान मोर्चा ने नेशनल हाईवे किनारे तवा कालोनी में धरना दिया और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर अतिवृष्टि से खराब फसलों का सर्वे कर मुआवजा देने की मांग की। धरना आंदोलन में कांग्रेस नेताओं सहित एसडीएम पर भी कई संगीन आरोप लगाये हैं।
सभा में भाजपा नेता शैलेन्द्र दीक्षित, दीपक हरिनारायण अग्रवाल, जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष प्रांशु राणे, किसान नेता आशुतोष शरण तिवारी, भाजपा नगर अध्यक्ष डॉ नीरज जैन के साथ ही अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। मंच पर होशंगाबाद नगरपालिका अध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल, जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष भरत सिंह राजपूत, जिला उपाध्यक्ष संदेश पुरोहित, दीपक हरिनारायण अग्रवाल, यज्ञदत लालू गौर आदि को स्वयं डॉ. शर्मा ने आगे बुलाकर मंच पर बैठाया।
जिले में अतिवृष्टि से खेतों में लगी मक्का और सोयाबीन की फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है, साथ ही साथ ही धान की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। इतने नुकसान के बाद भी प्रशासन ने अभी तक फसलों का सर्वे प्रारंभ नहीं किया, जिसके विरोध में भाजपा किसान मोर्चा ने शुक्रवार को तवा कालोनी में धरना-आंदोलन किया। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान विधायक डॉ. शर्मा ने अपने उद्बोधन में पूर्व शिवराज सरकार की बात याद दिलाते हुए कहा कि इतने नुकसान में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान किसानों के बीच उनकी समस्या हल करने पहुंच जाते थे। लेकिन ये कमलनाथ सरकार केवल दफ्तरों में बैठकर अधिकारियों के तबादले और पैसे कमाने में लगी है। इस सरकार के अधिकारी भी इनकी ही तरह है उन्हें किसानों की समस्या से कोई खास फर्क नहीं पड़ता।
राहुल पर साधा निशाना
डॉ. शर्मा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राहुल जी सभा के दौरान बोलकर गए थे कि 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री हटा देंगे, लेकिन आज सरकार बने को 270 दिन हो चले हैं और आज तक किसानों का कोई कर्जा माफ नहीं हुआ। यह सरकार अपराधियों की सरकार है, किसानों के हित की नहीं। सभा के दौरान डॉ. शर्मा ने पूर्व मंत्री एवं विधायक सरताज सिंह पर व्यंग करते हुए कहा कि आज कांग्रेस में जाने के बाद भी बाबूजी का भाषण भाजपा जैसा ही है। सरताज सिंह ने गत दिनों दिए एक भाषण में कांग्रेस सरकार को राष्ट्र सेवा की राजनीति करने वाली सरकार बताया था। जिसपर कटाक्ष करते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि सरताज जी यह सरकार जुआं, शराब, रेत चोरी और सट्टे के लिए राजनीति में है किसान और समाज के हित के लिए नहीं।
फिर साधा एसडीएम पर निशाना
विधायक डॉ शर्मा ने एक बार फिर विरोध प्रदर्शन में सार्वजनिक रूप से एसडीएम को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि धरना प्रदर्शन की रूपरेखा बनाते समय कार्यकर्ताओं ने कहा था कि यह धरना एसडीएम कार्यालय के सामने ही कराया जाए, तो मैंने उनसे कहा कि एसडीएम को न सुनाई देता, ना दिखाई देता है, उसको क्या ज्ञापन दिया जाए। डॉ. शर्मा ने कहा कि एसडीएम रेत चोरों के कान से सुनते है, ब्लेक मेलर की आंख से देखते है और बोलते हैं सटोरिए की जवान से। डॉ शर्मा ने एसडीएम सहित पुलिस एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियो पर शहर में सट्टा चलवाने का भी आरोप लगाया।
विरोध प्रदर्शन में पत्रकार प्रमोद पगारे ने कांग्रेस सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा कि प्रदेश में जल्द ही भाजपा की वापसी होने वाली है। भाजपा नेता दीपक हरिनारायण अग्रवाल ने भी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सरकार आते ही प्रशासनिक पदों की बोलियां लगाई और पैसे लेकर अधिकारियों को स्थानांतरित किया।
बड़ी संख्या में था पुलिस बल
विरोध प्रदर्शन के चलते बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। जिसमें विशेष रूप से पथरौटा सहित अन्य थानों से भी पुलिस कर्मी बुलाए थे। एसडीओपी उमेश द्विवेदी एवं टीआई आरएस चैहान स्वयं मौके पर कमान संभाले रहे। विरोध प्रदर्शन के बाद भाजपाईयो ने 21 बिन्दुओं का एक ज्ञापन एसडीएम के नाम तहसीलदार तृप्ति पटेरिया एवं नायब तहसीलदार रितु भार्गव को सौंपा जिसे दोनों अधिकारियों ने प्रदर्शन स्थल पर ही जाकर लिया।