नदी में उफान के बाद खोले स्टापडेम के गेट

इटारसी। आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर के सदस्यों ने पहाड़ी नदी हंसगंगा में बरसात का लगातार पानी आने के बाद स्टापडेम के गेट खोले। यदि गेट नहीं खोले जाते तो नीचे मंदिर के प्रवेश स्थल के आसपास पानी भर जाता। हर रविवार की तरह इस बार भी समिति की बैठक तिलक सिंदूर में थी। बैठक के बाद सदस्यों ने गेट खोले।
आदिवासी सेवा समिति तिलक सिंदूर के सदस्यों ने रविवार को अच्छी बारिश क लिए भगवान का धन्यवाद दिया और गुफा मंदिर में स्थित शिवलिंग की पूजन-आरती की। इसके बाद समिति ने नदी में बढ़ते पानी का जायजा लिया। लगातार बारिश होने के कारण तिलक सिंदूर स्थित पहाड़ी नदी उफान पर थी और स्टाप डैम में लबालब पानी होकर ऊपर आने की स्थिति में था। सदस्यों ने डेम में लगी एक-एक प्लेट निकालकर पानी छोड़ा। समिति संरक्षक सुरेंद्र कुमार धुर्वे ने बताया कि आने वाले समय में श्रद्धालुओं को नदी में नहाने से रोक लगाने के लिए काम किया जाएगा। कुंड के आसपास किसी को नहीं जाने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि कुंड में पत्थर की चट्टान होने के कारण नहाने वाले व्यक्ति को चोट लगती है और इस स्थिति में पहले दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा चुकी है। बीते वर्षों ेमें ऐसी दुर्घटनाओं को देख समिति के सदस्य तैनात किये हैं। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष बलदेव तेकाम, सचिव जीतेंद्र इवने, महेंद्र सिंह उईके, श्यामलाल वारिबा, कंचन मंगल सिंह कुमरे, गजराज सरेआम, सब्बर धुर्वे, रामसिंह नामले, मीडिया प्रभारी विनोद वारिवा उपस्थित रहे।

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