नाराजगी : नेशनल हाईवे पर किया चक्काजाम (Traffic Jam)

नाराजगी : नेशनल हाईवे पर किया चक्काजाम (Traffic Jam)

व्यापारी लगा रहे मूंग (Moong) का कम दाम, किसान
इटारसी। कृषि उपज मंडी (Krishi Upaj Mandi Itarsi) में किसानों को उनकी उपज मूंग का उचित दाम (Suitable Rate) नहीं मिलने से शनिवार को वे आंदोलन करने सड़क पर उतर आये। किसानों ने मंडी गेट (Krishi Upaj Mandi Gate) के सामने नेशनल हाईवे 69 (NH 69) पर चक्काजाम (traffic jam) कर दिया। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन की समझाईश पर माने। खुद एसडीएम (SDm Itarsi) और तहसीलदार (Tahsildar Itarsi) ने अपने सामने पुन: मूंग की खरीद प्रारंभ करायी। दरअसल, किसानों और व्यापारियों के बीच विवाद के बाद व्यापारियों ने मूंग की खरीद बंद कर दी थी। किसानों का आरोप है कि व्यापारी मूंग का बहुत कम दाम लगा रहे हैं, जिससे उनकी कीमत भी नहीं निकल पा रही है।
शनिवार को जब किसानों को अपनी उपज का उचित मूल्य नहीं मिला तो सभी एकजुट होकर करीब साढ़े दस बजे मंडी के गेट पर एकत्र होने लगे और लगभग पौने 11 बजे से उन्होंने नेशनल हाईवे पर एक ट्रैक्टर-ट्राली (Tractor Trolly) आड़ी लगाकर रास्ता रोक दिया। किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और किसान एकता जिंदाबाद के नारे भी लगाये। किसानों ने कहा कि मूंग के सही दाम नहीं मिल रहे और भुगतान भी काफी विलंब से हो रहा है। चक्काजाम होने से नेशनल हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गयी। कुछ किसान (Farmer ) सड़क पर ही बैठ गये और नारेबाजी करते रहे। किसानों ने बताया कि व्यापारी 1500 रुपए से बोली शुरु कर रहे हैं, इससे कहीं अधिक तो हमारी लागत लग रही है। मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने किसानों को समझाया। काफी प्रयास के बाद वे माने। सूचना पर एसडीएम (SDM Itarsi) और मंडी में भारसाधक अधिकारी सतीश राय भी पहुंचे। नायब तहसीलदार ऋतु भार्गव, विनय प्रकाश ठाकुर ( Nayab Tahsildar, Itarsi) भी पहुंचे और अपने सामने ही मूंग की खरीद प्रारंभ करायी।
इटारसी कृषि उपज मंडी में व्यापारी के रवैये से किसान परेशान हैं। किसानों ने बताया कि मंडी में मूंग विक्रय के लिए किसान आ रहे हैं और व्यापारियों द्वारा बोली लगाने के बाद भी अपने तुलाई स्थान पर माल को खाली कराने के बाद केंसिल करके कम रेट में बेचने को मजबूर कर रहे हैं। ग्राम पर्रादेह के सरपंच कन्हैया लाल वर्मा ने बताया कि मेरा माल बोली में 4890 में खरीदा। उसके बाद ट्राली खाली कराने के बाद कैंसिल करके 4800 में मूंग खरीदी गई। इस प्रकार से अन्य किसान भी परेशान हैं। मंडी में इनके ऊपर किसी का दबाव नहीं है। व्यापारी मनमानी करते हैं और मंडी प्रशासन इनके सामने असहाय नजर आता है। बोली के समय भी एक-दो व्यापारी माल खऱीदते हंै। उनका कहना है कि इस वर्ष मूंग की फसल अच्छी आने के बाद कटाई नहीं हो पाई जिससे किसान परेशान हैं। अब माल बेचने में मंडी में उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। शासन द्वारा भी समर्थन मूल्य पर खरीदी नहीं की जा रही है, जिससे व्यापारियों को मनमानी करने का मौका मिल रहा है।

इनका कहना है…!
सूचना मिली थी कि व्यापारी मूंग का कम रेट लगा रहे हंै। मैं स्वयं तहसीलदार के साथ वहां पहुंचा और अपने सामने ही खरीद करायी। कुछ किसानों की उपज बारिश के वजह से खराब हुई है, उसका दाम कम आ रहा है। व्यापारियों को निर्देश दिये हैं कि जो उचित मूल्य है, वह दिया जाए।
सतीश राय, एसडीएम (SDM Satish Rai, Itarsi)

मेरे पास किसानों का फोन पहुंचा था कि व्यापारी खरीद नहीं कर रहे हैं। कुछ विवाद हुआ तो व्यापारी बोली छोड़कर चले गये। हमने एसडीएम के समक्ष बात रखी। उन्होंने बताया कि उन्होंने बाद में अपने सामने खरीद प्रक्रिया प्रारंभ करायी है।
रमाकांत मीना, संगठन मंत्री किसान मजदूर महासंघ

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