नालियां भरी पड़ीं, जगह-जगह लगे कचरे के ढेर
इटारसी। जगह-जगह लगे कचरे के ढेर, नालियों में भरा पड़ा मलबा इस बात का अच्छा खासा सबूत है कि नालियों की महीनों सफाई नहीं होती है। नालियों में मलबा सड़कर बदबू मार रहा था, मौके पर न तो सफाई कर्मचारी मिले और ना ही जमादार। स्वास्थ अधिकारी और स्वच्छता निरीक्षक भी समय पर दफ्तर नहीं आते हैं। ऐसे में कैसे हम स्वच्छता में रैंकिंग ला सकेंगे। यह पीड़ा व्यक्त की है, शहर के चीफ म्यूनिस्पिल आफिसर ने।
अपनी इटारसी पोस्टिंग के बाद पहली बार केवल सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे सीएमओ हरिओम वर्मा ने सफाई अमले को पूरी तरह से नकारा जैसा साबित कर दिया है। उनका कहना है कि जो उन्होंने देखा, वह वाकई चौंका देने वाला है। शहर के करीब 25 स्थानों पर उन्होंने निरीक्षण किया है जहां नालियों में बड़ी मात्रा में कचरा पटा पड़ा था तो कई मैदानों और दीवारों से सटकर कचरे के ढेर थे। यह चिंता का विषय है।
एचओ, एसआई को देंगे नोटिस
शहर में गंदगी की चिंतनीय स्थिति के लिए हेल्थ आफिसर, हेल्प इंस्पेक्टर और वार्ड के जमादार पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा इनको कारण बताओ नोटिस देने की तैयारी में है। उन्होंने जब शहर का निरीक्षण किया तो यह देखकर आश्चर्यचकित रह गये कि शहर के प्रमुख स्थानों तक में गंदगी का अंबार है। एमजीएम कालेज के तीनों तरफ नालियों की महीनों से सफाई नहीं हुई और इनमें करीब एक से डेढ़ फुट तक कचरा पटा पड़ा है।
इन स्थानों का किया निरीक्षण
मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा ने अपने निरीक्षण की शुरुआत पुराना बस स्टैंड के पहले शराब दुकान के पीछे खाली पड़े मैदान से की जहां कचरे का अंबार लगा था। उन्होंने यहां से पुलिस थाने तक बड़े नाले का निरीक्षण किया। पुरानी नगर पालिका के सामने से पेट्रोल पंप, रेस्ट हाउस के पास से रेलवे स्टेशन, ऑडिटोरियम के आसपास, कॉन्वेंट स्कूल रोड, एमजीएम कालेज के आसपास, यहां से न्यास बायपास के अंत तक, सब्जी मंडी और नाला मोहल्ला तक पहुंचे।
सबूत के तौर पर फोटोग्राफी की
सीएमओ ने अपने निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था की वास्तविक स्थिति को सबूत के तौर पर शासन को भेजने के लिए फोटोग्राफी करायी है। वे जितनी जगह गये हैं, हर स्थान की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी करायी है। कुछ स्थानों पर वहां के गणमान्य नागरिकों को बुलाकर उनके समक्ष निरीक्षण किया और सफाई व्यवस्था पर उनकी राय भी जानी है। सीएमओ श्री वर्मा का कहना है कि सफाई व्यवस्था बदहाल है और दोनों जिम्मेदार अधिकारी जिम्मेदारी से काम नहीं करते हैं।
निलंबित करके शासन से पुष्टि कराएंगे
शहर की सफाई व्यवस्था के लिए जिम्मेदार स्वास्थ्य अधिकारी और स्वच्छता निरीक्षण को इस लापरवाही के कारण सीएमओ ने कहा है कि वे इनको निलंबित करके मय सबूत शासन को पुष्टि के लिए भेजेंगे। अभी कारण बताओ नोटिस दिया जाएगा और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इनका निलंबन करके पुष्टि के लिए शासन को भेजेंगे। उनका मानना है कि कठोर कार्रवाई से निचले स्तर तक के कर्मचारियों के काम में सुधार आएगा। अभी कर्मचारी समय पर नहीं आते और जल्दी चले जाते हैं।
इनका कहना है…!
मैंने एचओ एसके तिवारी और एचआई आरके तिवारी को जमादारों के साथ निरीक्षण को कहा था, उन्होंने नहीं किया। आज हमने 25 जगह देखा है। नालियां कचरे से पटी पड़ी हैं, कचरे के कई जगह ढेर लगे हैं। ऐसे में स्वच्छता सर्वेक्षण में कैसे रैंकिंग आएगी? फोटोग्राफी करायी है, सबूत सहित शासन को भेजूंगा और इनका निलंबन करके पुष्टि शासन से कराऊंगा।
हरिओम वर्मा, सीएमओ