इटारसी। रेलवे बोर्ड की यात्री सेवा समिति के चेयरमेन रमेशचंद्र रत्न ने आज यहां रेलवे स्टेशन पर आकर निरीक्षण किया। उनके साथ समिति के दो अन्य सदस्य पूर्व विधायक रमेश शर्मा गुट्टू भैया और पूजा विधानी, एडीआरएम प्रशासन/सेवा अजीत रघुवंशी, सीनियर डीसीएम अनुराग पटेरिया, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर सामान्य डीके श्रीवास्तव, मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य राजा तिवारी भी थे।
रेलवे बोर्ड की सर्विस कमिटी ने रेलवे स्टेशन परिसर में लगेज स्कैनर के पास से अपने निरीक्षण की शुरुआत की। इसके बाद प्लेटफार्म क्रमांक एक पर आकर बुक स्टाल्स, खानपान स्टाल्स, खानपान रूम्स देखे और प्रतीक्षालयों में जाकर यात्रियों से सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कमियां मिलने पर साथ चल रहे अधिकारियों से इसको दूर करने के निर्देश भी दिये।
व्यवस्था में सुधार के निर्देश
समिति के सदस्यों ने प्लेटफार्म क्रमांक एक पर यात्री प्रतीक्षालय में जाकर यात्रियों से बातचीत की। यहां एक यात्री से पूछा कि उनको क्या कमी महसूस हो रही है तो यात्री ने डिस्प्ले बोर्ड नहीं होने की बात की। तत्काल उन्होंने कहा कि डिस्प्ले यहां लगाएं। इस पर साथ चल रहे एडीआरएम ने डिस्प्ले की तरफ हाथ दिखाकर कहा कि यह लगा है। लेकिन, अंडर इंस्टॉलेशन है। जल्द ही यह प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके बाद कुछ यात्रियों ने व्यवस्थाएं ठीक बतायीं तो स्वयं चेयरमेन रमेशचंद्र ने अधिकारियों से कहा कि एक सप्ताह में सफेद कलर से पुताई कराएं और जहां सीमेंट उखड़ रही है, दुरुस्त कराएं।
प्लेटफार्म के गड्ढे भरे जाएं
रेलवे बोर्ड पैसेंजर सर्विस कमिटी के चेयरमेन ने प्लेटफार्म के नलों को चलाकर देखा और खामियां गिनाते हुए सुधार के निर्देश दिये। नलों के नीचे लगी जालियां हिलने-डुलने पर उनको ठीक करने को कहा तो प्लेटफार्म पर कई स्थानों पर गड्ढे होने पर कहा कि इनके तत्काल सुधारें ताकि यात्रियों दुर्घटना से बच सकें। उन्होंने प्लेटफार्म पर लगी वाटर वेंडिंग मशीन भी जांची। वे यहां के महिला प्रतीक्षालय में पहुंचे और यहां डस्टबिन नहीं होने पर कहा कि तत्काल यहां डस्टबिन रखे जाएं। उन्होंने एक बुक स्टाल पर जाकर पूछा कि आपके बुक स्टालपर अश£ील किताबें तो नहीं बेची जाती हैं? जवाब मिला नहीं।
किचिन में आरओ नहीं होने पर भड़के
आईआरसीटीसी के सोपान खानपान रूम में जाकर जब उनको आरओ वाटर मशीन नहीं मिली तो वे भड़क गये। मैनेजर ने बताया कि किचिन के बाहर मशीन है और उसका कनेक्शन भीतर है। इसका पानी ही यूज करते हैं। वे जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आये और साथ आए सीनियर डीसीएम अनुराग पटेरिया को कहा कि मुझे आरओ किचिन के भीतर चाहिए। यह बाहर नहीं चलेगा। इसे तत्काल किचिन में लगवाएं। यह कार्य दो दिन के भीतर हो जाना चाहिए। मैनेजर से कहा कि दो दिन में इसे भीतर करके फोटो खींचों और मुझे फोटो मेल पर भेजो। उन्होंने जनता खाना के पैकेट खोलकर और सूंघकर भी देखे।
मीडिया के सवालों से बचे
चेयरमेन रमेशचंद्र रत्न ने मीडिया से बातचीत करने के लिए सहमति तो दे दी। लेकिन, वे केवल राष्ट्रीय स्तर पर किये गये काम और खुद को मोदी सेना का एक सिपाही बताते हुए केवल गुणगान ही करते रहे। जब मीडिया ने टोका कि आप राष्ट्रीय स्तर की बातें नहीं बल्कि यहां जो निरीक्षण किया है, उस पर अपने बयान फोकस करें तो उन्होंने कहा कि यहां यात्रियों से चर्चा की है, सफाई व्यवस्था देखी है, खानपान व्यवस्था भी देखी है, कुछ कमियां हैं, उनको दुरुस्त करने को कहा है। जब उनसे अवैध वेंडरिंग के लिए कुख्यात इस समस्या पर जवाब चाहा तो कहने लगे कि प्रेस भी अपना सामाजिक दायित्व निभाए और यदि ऐसा होता है कि तो उसके फोटो हमें भेजें। पहले इस समस्या के लिए सरकार एक्टिव नहीं थी, अब काम होने लगे हैं और समस्या खत्म होने में वक्त लगता है। बातचीत के दौरान पूरे नेताओं वाले अंदाज में दिखे रमेशचंद्र रत्न ने तीन बार इस वाक्य का इस्तेमाल किया कि हम समस्याओं को न टालते हैं, पालते हैं। उन्होंने कहा कि पहले काम नीचे से ऊपर होता था, अब मोदी जी के आने से काम ऊपर से नीचे हो रहे हैं। मोदी जी ने लालकिले पर झाड़ूू उठायी तो पूरा देश स्वच्छता के लिए उठ गया।
होशंगाबाद में गंदगी देख भड़के
रेलवे बोर्ड पैसेंजर सेवा समिति के चेयरमैन रमेश चंद्र रत्न ने रमेश शर्मा गुट्टू भैया और पूजा विधानी के साथ होशंगाबाद स्टेशन का भी निरीक्षण किया। जब वे यात्रियों की सुविधाओं का निरीक्षण कर रहे थे तब, एक स्टाल पर जनता खाने के रेट में भिन्नता पाने पर स्टाल संचालक को फटकार लगाई। सीनियर डीसीएम अनुराग पटैरिया ने 24 घंटों के लिए स्टाल को बंद करने के निर्देश दिए तो तत्काल स्टाल बंद करा दिया। उन्होंने नल स्टेंड में गंदगी देखते हुए कहा कि इसे ऐसा सोचकर साफ करो कि इसका उपयोग हम खुद कर रहे हैं। चेयरमैन ने एक स्टाल पर कर्मचारियों द्वारा स्वीप मशीन से समरी नहीं निकलने पर पहले पांच हजार रुपए का जुर्माना किया लेकिन बाद में दुकान संचालक ने समरी निकाल कर दिखाई तो उस जुर्माना की कार्रवाई को निरस्त किया। इस दौरान एडीआरएम श्री रघुवंशी, डीसीएम पाराशर, पीआरओ, आईए सिद्दिकी, डीसीआई राजेश मेहता, स्टेशन प्रबंधक हरीश तिवारी, सीबीपीएस अंकभूषण दुबे सहित रेल सुरक्षा बल के अधिकारी भी मौजूद थे।