पटेल जयंती : किया प्रतिभाओं एवं सैनिकों का सम्मान
इटारसी। लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर मप्र कुर्मी क्षत्रिय समाज संगठन जिला होशंगाबाद द्वारा शहर इटारसी में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में कुर्मी समाज की 100 सामाजिक प्रतिभाओं एवं देश की सेना में रहकर राष्ट्र की रक्षा में सेवारत समाज के सैनिकों को सम्मानित किया गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल सामाजिक भवन वर्मा कॉलोनी पुरानी इटारसी में मुख्य आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल, जिला पंचायत सदस्य बाबू चौधरी, कुर्मी क्षत्रिय समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रगोपाल मलैया, चंचल पटेल, जिला अध्यक्ष एनपी चिमानिया, पूर्व अध्यक्ष राजेश गौर, सरदार पटेल सेवा समिति अध्यक्ष गुलाबदास मेहतो पूर्व अध्यक्ष अरुण मेहतो, एसडीओ लोक निर्माण अरुण महालहा, मोहन झलिया एवं श्रवण चौधरी ने भारतरत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया। युवा कार्यकर्ता संतोष चौरे, मनोज चौधरी, शिवजी पटेल, बृजेश चौधरी, गोकुल पटेल, श्याम चौरे, सोनू चौधरी, नवल पटेल, राहुल चौधरी, अशोक चौरे एवं महिला संगठन से ऊषा चिमानिया, वीणा कटियार, सुनीति पटेल, मृदुला चौधरी एवं मंजू चिमानिया ने अतिथियों का स्वागत किया। संगठन महासचिव सुरेश चिमानिया ने स्वागत उद्बोधन में संगठन की गतिविधि पर प्रकाश डाला। माडर्न हायर सेकंड्री स्कूल की छात्राओं ने संचालक अनिल वर्मा के मार्गदर्शन में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
जिलाध्यक्ष एनपी चिमानिया ने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल ने पूरे देश को एकीकरण के सूत्र में बांधा था तभी भारत एक मजबूत लोकतंत्र बना। हम भी अपने कुर्मी समाज के सभी फिरकों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष कुषल पटेल ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल के हाथ में यदि कश्मीर का मसला होता तो वहां धारा 370 और 35 ए लगती ही नहीं। सामाजिक प्रतिभा एवं आईपीएस स्पर्श चौधरी ने सरदार पटेल के सिद्धांतों को वर्तमान राष्ट्र व्यवस्था के लिए अनेक उदाहरणों के साथ बेहतर बताया। कुर्मी समाज की 110 खेल एवं शैक्षणिक प्रतिभाओं तथा सेना में शामिल जिले के 50 सामाजिक सैनिकों को मैडल ट्रॉफी एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान से सम्मानित किया। संचालन एसके गौर एवं एसआर पटेल ने, आभार प्रदर्शन मोहन गौर ने किया। सामाजिक गतिविधियों के बेहतर प्रचार प्रसार के लिए समाज के प्रवक्ता गिरीश पटेल का विशेष सम्मान किया गया।