इटारसी। पत्रकारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने एवं उनकी सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की महती आवश्यकता है। क्योंकि यदि पत्रकार असुरक्षित रहे तो समाज का आइना असुरक्षित रहेगा। इसलिए पत्रकारों को अधिक से अधिक सरकारी लाभ देने की जरूरत है। उक्त उद्गार जिला पंचायत सिंगरोली के अध्यक्ष अजय कुमार पाठक ने पत्रकार कल्याण परिषद के प्रांतीय सम्मेलन में व्यक्त किए। कार्यक्रम के दौरान पत्रकार कल्याण परिषद द्वारा स्थापित शिखर सिरोमणी सम्मान से परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शिव भारद्वाज और राष्ट्रीय सलाहकार देवेंद्र पांडे को सम्मानित किया।
पत्रकार कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेदान्ती त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान दौर में वास्तविक पत्रकारिता करने वाले लोगों का महत्व कम हुआ है। क्योंकि पत्रकारिता रूपी नैया की पतवार पूंजीपतियों के हाथों में पहुंच गई है।
पत्रकार कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शिव भारद्वाज ने पत्रकारिता के स्वरूप विषय पर कहा कि पिछले 2 दशकों में पत्रकारिता के स्वरूप में भारी बदलाव आया है। पूर्व में संपादकीय तय करती थी कि किस पेज पर कितना विज्ञापन जाएगा। कई महत्वपूर्ण खबरों के लिए पेज से विज्ञापन भी हटा दिए जाते थे, लेकिन 2000 के बाद के दशक में विज्ञापन प्रबंधक तय करते हैं कि किस पेज पर कितनी खबर जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले पत्रकारिता मिशन हुआ करती थी, लेकिन अब पत्रकारिता ने विजन का रूप ले लिया है।
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष कांतदेव सिंह, नगर पालिका निगम सिंगरौली श्रीमती प्रेमवती खैरवार, वरिष्ठ पत्रकार स्वरूप नारायण द्विवेदी, सिंगरौली विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष वीरेंद्र मिश्रा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चंदेल ने संबोधित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं चित्र पर माल्यार्पण के साथ की गई। स्कूली बालिकाओं ने स्वागत गीत एवं सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। स्वागत उद्बोधन सिंगरोली जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार उपाध्याय ने दिया। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र पांडे ने किया।
शिव भारद्वाज को शिखर सिरोमणी सम्मान
पत्रकार कल्याण परिषद के प्रदेश अध्यक्ष शिव भारद्वाज को पत्रकार कल्याण परिषद द्वारा स्थापित शिखर सिरोमणी सम्मान से सम्मानित किया गया। उनके द्वारा पिछले पांच वर्ष में पत्रकार कल्याण परिषद के क्षेत्र के लिए प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर किए गए संगठनात्मक कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित किया गया। श्री भारद्वाज को चांदी का ताज पहनाया गया एवं शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।