इटारसी। पत्रकार सुरक्षा कानून, अधिमान्यता नियमों में शिथिलता सहित १५ मांगों को लेकर पत्रकार कल्याण परिषद द्वारा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बेदान्ती त्रिपाठी, प्रदेश अध्यक्ष शिव भारद्वाज के नेतृत्व में भोपाल में पत्रकार स्वाभिमान रैली एवं अधिवेशन का आयोजन किया। गांधी भवन में हुए अधिवेशन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय ङ्क्षसह, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांग्रेस सेवादल के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामेश्वर नीखरा, खनिज निगम अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार शिव चौबे, आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के पदाधिकारी उपस्थित थे।
ये बोले नेता …..
पत्रकार कल्याण परिषद की मांगं न्यायोचित और संवैधानिक हंै। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून जरूरी है। अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो एक माह के अंदर न केवल पत्रकार सुरक्षा कानून बल्कि पत्रकारों की सभी मांगे पूरी की जाएंगी। आज पूरे देश में असुरक्षा का माहौल है। कानून व्यवस्था चरमरा गई है, सच्चे निष्ठावान और आंचलिक पत्रकारों की सुनने वाला कोई नहीं। हमारी पार्टी का घोषणापत्र बन रहा है, उसमें हम आपकी मांगों को शामिल करेंगे। आप हमारी सरकार बनवाईए हम आपके लिए कानून बनवाएंगे।
दिग्विजय सिंह,पूर्व मुख्यमंत्री
इस प्रदेश की जनता और पत्रकारों का यह दुर्भाग्य है कि उन्हें अपनी मांगों को मनवाने के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है। पत्रकारों को चौथे स्तंभ का दर्जा तो दिया है, लेकिन उसकी सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं। प्रदेश में अराजकता का माहौल है। पत्रकारों को अपनी मांगों के लिए धरना प्रदर्शन करना पड़े इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। आपकी सारी मांगें जायज और भारतीय संविधान के अनुरूप है। हम आपके ज्ञापन की मांगों को घोषणापत्र में भी शामिल करेंगे और सरकार बनने पर उसे पूरा भी करेंगे।
सुरेश पचौरी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री
मैं आपकी ही बिरादरी का हूं। राजनीति में आने के पहले लेखन से जुड़ा हुआ था। इस कार्यक्रम में मुझे अपनी बिरादरी से मिलने का मौका मिला। प्रदेश सरकार ने पत्रकारों के लिए अनेक योजनाएं शुरु की हैं। लेकिन आपने जो मांगपत्र दिया है मैं इन मांगों पर व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री चर्चा कर उसके निराकरण का प्रयास करूंगा और जल्द ही आप लोगों की बैठक मुख्यमंत्री के साथ कराऊंगा। आपकी मांगे जायज हंै और उस पर कार्रवाई भी होगी।
शिव चौबे, अध्यक्ष खनिज विकास निगम
दिग्विजय सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में पत्रकारों को किसी भी समस्या नहीं जूझना पड़ा। उन्हीं के कार्यकाल में छोटे से छोटे अखबारों को प्रदर्शन विज्ञापन शुरु किए। आज सबसे ज्यादा सुरक्षा की जरूरत पत्रकारों को है। क्योंकि प्रदेश में गुंडा तत्वों, शराब माफियाओं, रेत माफियाओं का बोलवाला है। ऐसे में पत्रकार जान हथेली पर लेकर रिर्पोटिंग करने जाता है। इसलिए उनकी सुरक्षा भी जरूरी है और हर पत्रकार के पास आवास हो, उन्हें अन्य साधन मिले, अधिमान्यता मिले, यह भी जरूरी है।
रामेश्वर नीखरा, पूर्व सांसद
इससे बड़ा दुर्भाग्य इस प्रदेश के लिए कुछ नहीं हो सकता कि पत्रकारों को अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरना देना पड़े। ज्ञापन में एक भी मांग ऐसी नहीं है कि जो असंवैधानिक हो और जिन्हें प्रदेश सरकार पूरा नहीं कर सकती।
आलोक अग्रवाल, प्रदेश अध्यक्ष आम आदमी पार्टी
प्रदेश सरकार और उसके मुखिया का इससे बड़ा झूठ और क्या हो सकता कि हमने इन्हीं मांगों को लेकर न केवल उन्हें कई बार ज्ञापन सौंपा बल्कि उनसे व्यक्तिगत मिलकर भी अपनी मांगें रखी और उन्होंने आश्वासन भी दिया था कि आपकी मांगे जायज हैं, हम उसे जल्द ही केबिनेट में लाकर पूरा करेंगे। लेकिन मुख्यमंत्री ने अपना एक भी वादा नहीं निभाया। अगर आचार संहिता के पूर्व हमारी मांगों पर विचार नहीं किया तो हम मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र से ही अपना अभियान शुरु करेंगे।
वेदान्ती त्रिपाठी, राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्रकार कल्याण परिषद
रोटी, कपड़ा, मकान और सुरक्षा आम नागरिक का मौलिक अधिकार है, तो हमारी मांगों में इससे अलग क्या है। पत्रकार सुरक्षा कानून बनान सरकार को इतने वर्षो तक सोचना पड़ रहा है, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। आंचलिक पत्रकारों को अखबारों से मानदेय या वेतन तो नहीं मिलता अगर सरकार से उन्हें अधिमान्यता कार्ड मिल जाता है तो वह उनके लिए प्रतिष्ठा का सिंबाल होता है। लेकिन उसके लिए भी उन्हें जूझना पड़ रहा है।
शिव भारद्वाज, प्रदेश अध्यक्ष पत्रकार कल्याण परिषद
कार्यक्रम को राष्ट्रीय संयोजक सलाहकार नईम खान, व अन्य पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। संचालन राष्ट्रीय सलाहकार देवेन्द्र पांडे ने किया। आभार प्रदर्शन प्रदेश महासचिव राजेश जैन ने किया। रैली में होशंगाबाद, इटारसी, हरदा, सागर, पन्ना, सीधी, सतना, बैतूल, दमोह, कटनी, बीना, जबलपुर, खुरई, भोपाल सहित विभिन्न जिलों के सदस्य व पदाधिकारी शामिल हुए।
रैली निकालकर सीएम हाऊस पर किया प्रदर्शन
अधिवेशन के उपरांत गांधीभवन से पत्रकार कल्याण परिषद के प्रदेश भर से आए पदाधिकारियों ने वाहन रैली निकाली। जो विभिन्न मार्गों से होती हुई सीएम हाऊस ज्ञापन देने पहुंची। किंतु यहां बेरीगेट्स लगाकर भारी पुलिसबल तैनात कर पत्रकारों को रोक दिया। परिषद के पदाधिकारी शांति पूर्ण ढंग से ज्ञापन देना चाहते थे। किंतु जब उन्हें बताया कि तहसीलदार ज्ञापन लेने आ रहे हैं तो परिषद के सदस्य आक्रोशित होकर नारेबाजी करने लगे। लगभग एक घंटे की नारेबाजी के बाद सभी सीएम हाऊस के गेट पर धरने पर बैठकर भजन गाने लगे। अंत: जनसंपर्क आयुक्त एसके मिश्रा ज्ञापन लेने पहुंचे और उन्होंने ख्ेाद जताते हुए माफी मांगी और कहा कि मुख्यमंत्री जबलपुर में हंै। उनके आते ही मांगों से अवगत कराकर एक सप्ताह के अंदर मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग कराई जाएगी और मांगों को सर्वसम्मत हल निकाला जाएगा।