इटारसी। परिवर्तन संस्था कोर्ट परिसर स्थित पार्क में तेज हवा से गिरे नीम के पेड़ को नया जीवन देने आगे आयी है। परिवर्तन के वरिष्ठ सदस्य अखिल दुबे ने आज शाम उक्त पेड़ को देखा और बताया कि अभी पेड़ ने जड़ें नहीं छोड़ी है और उसे बचाया जा सकता है। उनको इसकी जानकारी मिली थी तो वे पेड़ को जिंदा रखे जाने की संभावना तलाशने मौके पर पहुंचे। मौके से ही उन्होंने दूरभाष पर सूचना दी है कि शुक्रवार को इसे पुन: उसी जगह पर खड़ा करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि परिवर्तन संस्था ने ऐसे कई पेड़ को जीवनदान देने में अपना सहयोग दिया है। सबसे पहले अटल पार्क स्थित बरगद के पेड़ को नगर पालिका के सहयोग से जीवनदान मिला था। इसके बाद एक अन्य पेड़ को शिफ्ट किया था। जीआरपी थाना परिसर का विशाल पीपल का पेड़ आज जड़ों पर खड़ा है तो यह भी परिवर्तन के सदस्यों की मेहनत और सूझबूझ का नतीजा है। प्रकृति को बचाने संस्था के सदस्य कई प्रकार के सामाजिक दायित्व निभा रहे हैं। ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रेडियम पट्टी लगाकर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के प्रयास, ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति का निर्माण और लागत मूल्य पर उनका विक्रय करने जैसे कई प्रयोग जो समाजहित में होते हैं, परिवर्तन के सदस्य करते हैं।
ओवरब्रिज पर करीब पांच वर्ष पूर्व उभरे बड़े-बड़े गड्ढों को भी प्रशासन की राह न देखते हुए अपने संसाधनों से मुरम आदि डालकर परिवर्तन संस्था ने साप्ताहिक अभियान चलाया था। तब इसे शहर के अन्य नागरिकों का भी सहयोग मिला था। शहर में साप्ताहिक सफाई अभियान भी परिवर्तन संस्था ने शुरु करके एक प्रेरणादायी काम किया था। निश्चित ही, कोर्ट परिसर में गिरे पेड़ को बचाने में परिवर्तन संस्था सफल होगी।