मदन शर्मा होशंगाबाद। मानसून का इंतजार कर रहे किसान सहित आमजन को मौसम विभाग के अनुसार और इंतजार करना पड़ेगा। शनिवार से रूठे बदरा 4 से 5 दिन पानी बरसाने में असमर्थ लगते हैं। पहले प्री मानसून से धोखा दिया और अब मानसून की लेटलतीफी के कारण नर्मदांचल की माटी पर पानी की बूंदें कितनी मेहरबान होती हैं ये तो वक्त ही बतायेगा।
मानसून अब भी रूठा ही है। शुरुआती दौर में कुछ घंटों की बारिश के बाद बादल आमसान से रुखसत हो गये हैं और एक बार फिर बढ़ते तापमान के कारण सभी की निगाहें आसमान की और टिकी हुई हैं । उमस के साथ पड़ रही गर्मी ने आमजन की नींद के साथ ही चिंता बढ़ा दी हैं। न ही भूजल स्तर बढ़ा और ना ही सूखे कुओं और तालाबों में पानी आया है। इस स्थिति में जिन किसानों ने बरसाती फसलों की बोनी कर दी है उन्हें कीटों से फसल खराब होने का डर है।
जुलाई में मई की तपन का अहसास हो रहा है लोगों के घरों में कूलर, पंखा और एसी अभी भी चल रहे हैं। मौसम में बदलाव से बच्चों सहित बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। अस्पताल में उल्टी-दस्त, सर्दी-खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कुछ किसानों ने अपने खेतों में बोबनी कर दी है जिससे बढ़ते तापमान और धूप से उनकी फसल कुमलाहने लगी है। तो कुछ किसानों को फसल चक्र के गड़बड़ाने का खतरा है। शनिवार को शहर का न्यूनतम तापमान भी 25 डिग्री और अधिकतम तापमान 32 डिग्री रिकॉर्ड किया है। मौसम विभाग के अनुसार 4 से 5 दिनों तक मानसूनी बारिश के आसार नहीं है।