पांचवी और आठवीं के बच्चों का मासिक मूल्यांकन टेस्ट होगा
इटारसी। अब पांचवी और आठवीं के बच्चों का मासिक मूल्यांकन टेस्ट होगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी कर ली है। इसके तहत महीने में एक बार टेस्ट होगा जिससे बच्चों ने कितना पढ़ा और शिक्षकों ने कितनी पढ़ाई कराई इसकी समीक्षा भी होगी। मासिक मूल्यांकन की प्रक्रिया को मजबूत बनाने के लिए एक प्रश्न पत्र शिक्षा पोर्टल पर भी अपलोड होगा। इससे सभी उसका अध्ययन कर सकेंगे।
पांचवी और आठवी के बच्चों का मासिक मूल्यांकन टेस्ट होगा। इसके लिए राज्य शिक्षा केंद्र की संचालिका आयरन सिंथिया ने निर्देश जारी कर दिए हैं। माना जा रहा है कि मासिक मूल्यांकन से बच्चों की शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार आएगा। मासिक मूल्यांकन या सीसीई प्रश्न पत्र आधारित होगा। विद्यार्थियों के लिखे उत्तरों के आधार पर सामने आई समस्याओं से सीखने की कमियों की पहचान की जाएगी। मासिक मूल्यांकन की व्यवस्था सिर्फ उन्हीं स्कूलों में रहेगी जहां सीसीई सिस्टम के तहत बदलाव किए हैं। अन्य स्कूलों में पांचवी और आठवीं में अध्ययनरत बच्चों का त्रैमासिक मूल्यांकन होगा। यह सितंबर में किया जाएगा। इससे प्राथमिक और माध्यमिक स्तर पर बेहतर शिक्षा हासिल करने के बाद आगे की पढ़ाई में उन्हें आसानी होगी। इसके लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया है। यानी सरकारी स्कूलों के गरीब विद्यार्थी भी अब कसौटी पर परखकर तराशे जाएंगे। शासन ने सीधे पास करने की प्रक्रिया पर रोक लगायी है और बोर्ड पैटर्न की परीक्षाओं में बच्चे सफल हो सकें, इसके लिए उनकी शिक्षा की मासिक मूल्यांकन टेस्ट की व्यवस्था राज्य शिक्षा केन्द्र के माध्यम से लागू की है।
इस व्यवस्था पर शासकीय माध्यमिक शाला गांधीनगर के प्रभारी प्राचार्य श्रीमती शैलजा पटेल ने कहा कि मासिक मूल्यांकन तो हम सभी कक्षाओं का स्कूल स्तर पर करते ही हैं। अब राज्य शिक्षा केन्द्र ने पांचवी-आठवी के लिए जो नयी व्यवस्था लागू की है उसके लिए भी बच्चों को मानसिक और बौद्धिक दोनों तरह से तैयार करेंगे। शासकीय प्राथमिक शाला गांधीनगर की प्रधान पाठक श्रीमती आशा नागले ने कहा कि राज्य शिक्षा केन्द्र के इस नये सर्कुलर को हम समझ रहे हैं, उसके लिए बच्चों को भी अपडेट करेंगे।
शासकीय कन्या माध्यमिक शाला पुरानी इटारसी की प्रधान पाठक श्रीमती चित्रा टिकारिया ने राज्य शिक्षा केन्द्र के इस नये सर्कुलर पर अपनी सहयोगी शिक्षिकाओं से चर्चा करने के बाद कहा कि पांचवी और आठवी के बच्चों के मासिक मूल्यांकन टेस्ट की नयी व्यवस्था से बच्चों की शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार आएगा। चूंकि इस वर्ष से पांचवी और आठवी बोर्ड हो गयी है, इसलिए इस प्रकार मासिक मूल्यांकन भी आवश्यक है। इस नयी योजना पर अन्य स्कूलों के शिक्षकों की भी प्रतिक्रिया सामने आयी है। किसी ने कहा कि हम इसके लिए तैयार हैं तो किसी ने कहा कि अभी इसके सीधे आदेश नहीं आये हंै, लिखित आदेश आने पर हम इसको समझेंगे।