इटारसी। हमारे देश में बांधों को आधुनिक तीर्थ माना गया है, बांधों से निकली नहरें भी अब पूजनीय हो रही हैं। दरअसल, किसान और समाज की खुशहाली नहरों के माध्यम से आ रही हैं। अच्छी फसल होगी तो खुशहाली आएगी, फसल चौपट होगी तो किसान सहित आमजन की जिंदगी भी प्रभावित होगी, व्यापार-व्यवसाय और कृषि आधारित उद्योग-धंधे भी चौपट होंगे। इसी भाव को ध्यान में रखते हुए आज ग्राम सुपरली के किसानों ने नहर में पानी बंद होने पर पूजन किया और अगले बरस तू अच्छी आ की कामना की।
ग्राम सुपरली के किसान योगेन्द्रपाल सिंह सोलंकी की पहल पर उनके साथी किसानों ने आज नहर पूजन कर दीपदान किया। इन किसानों की योजना है कि वे बुद्ध पूर्णिमा पर तवा बांध का पूजन भी करें। योगेन्द्र सिंह सोलंकी ने बताया कि इस वर्ष उन्होंने नहरों की सफाई करके शराब की बोतलें निकाली हैं। उन्होंने बताया कि इसमें उनको करीब चार सौ खाली बोतलें मिली हैं जिससे मन व्यथित हो गया। उनका कहना है कि असमय नहरें बंद होने से कई किसान अंतिम और महत्वपूर्ण पानी देने से वंचित रह गए हैं। इस दौरान किसान वीरेन्द्र सिंह, दिलीप, दुल्लू, जयनारायण, आशीष चंदेल, अंकू, कैलाश मालवीय, प्रेम आदि ने नहर पूजन किया।