कांग्रेस ने कुछ पार्षदों पर लगाए थे संबंध योजना का लाभ लेने के आरोप
इटारसी। नगर पालिका इटारसी के पार्षदों पर कांग्रेस द्वारा लगाये गये संबल योजना के लाभ संबंधी आरोपों पर अपना पक्ष रखने के लिए शुक्रवार की शाम को ईश्वर रेस्टॉरेंट में दो पार्षद राकेश जाधव और मनोज गुड्डू गुप्ता ने मीडिया को आमंत्रित किया था। इस दौरान भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष जयकिशोर चौधरी और पूर्व पार्षद हरप्रीत सिंघ छाबड़ा भी मौजूद थे।
कांग्रेस द्वारा नगर पालिका इटारसी के पार्षदों पर संबंध योजना के लाभ संबंधी आरोपों पर जवाब देते हुए शुक्रवार की शाम को सभापति और पार्षद राकेश जाधव तथा मनोज गुड्डू गुप्ता ने कहा कि उन्होंने संबल योजना के लिए कोई आवेदन नहीं दिया और ना ही कोई लाभ लिया है। राकेश जाधव ने अपने दावे के समर्थन में बिजली विभाग का प्रमाण पत्र भी दिया जिसमें बिजली विभाग ने स्पष्ट किया है कि राकेश जाधव के नाम से न तो बिजली का मीटर है और ना ही उन्होंने या उनके परिवार ने कोई लाभ लिया है। उन्होंने वे आवेदन भी दिखाए जिसमें उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की है।
सभापति राकेश जाधव ने विद्युत वितरण कंपनी इटारसी के एजीएम के हस्ताक्षर से जारी एक पत्र भी दिया, जिसमें अधिकारी ने लिखा है कि विद्युत सर्विस क्रमांक 0744150000 जो कि किशनचंद धन्नालाल के नाम से है। उक्त विद्युत कनेक्शन में सम्बल योजना के अंतर्गत आज 6 सितंबर 2019 तक विद्युत बिल में किसी भी प्रकार का कोई लाभ नहीं लिया गया है। साथ ही पत्र में ये भी बताता गया है कि राकेश जाधव के नाम पर कोई विद्युत कनेक्शन इटारसी शहर में नहीं है। श्री जाधव ने कलेक्टर को निष्पक्ष जांच के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने कहा है कि एक न्यूज चैनल पर चली खबर के बाद मेरा परिवार दुखी है। राकेश जाधव ने कहा कि पूर्व नगर पालिका अधिकारी के लापरवाही से मेरे परिवार का नाम संबल योजना में जोड़ा गया है। जबकि मेरे परिवार ने इस योजना का लाभ नहीं लिया है।
श्री जाधव ने कहा कि कांग्रेस के जो लोग संबल योजना का लाभ लेने का आरोप लगा रहे हैं, उनके खिलाफ कोर्ट जायेंगे, मानहानि का दावा करेंगे। इटारसी नगर पालिका परिषद में पार्षद मनोज गुड्डू गुप्ता ने प्रेसवार्ता में कहा कि उन्होंने संबल योजना का लाभ नहीं लिया और ना ही कभी आवेदन किया कि हमारा नाम इसमें जोड़ा जाए। श्री गुप्ता ने कहा कि इसकी बाकायदा एक प्रक्रिया होती है, जो हमने की ही नहीं। बल्कि उन पर जब आरोप लगे तो उन्होंने सीएमओ हरिओम वर्मा को पत्र देकर मामले में जांच की मांग भी की है, लेकिन सीएमओ ने आज तक इसका जवाब नहीं दिया। ऐसा ही आवेदन हमने एसडीएम को भी दिया था। प्रेसवार्ता में राकेश जाधव के पक्ष में पूर्व पार्षद हरप्रीत छाबड़ा ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि मामले में निष्पक्षता से जांच की जानी चाहिए, क्योंकि बिजली कंपनी ने उनको क्लीन चिट भी दिया है। ऐसे में केवल राजनीतिक रूप से छवि खराब करने के लिए यह सब षड्यंत्र रचा जा रहा है।