खबर अपडेट : कचरे की ट्राली में गणेश प्रतिमाओं को ले जाने पर एफआईआर
कर्मचारियों को बयान लेकर दर्ज होगा अधिकारियों पर मामला
आधी रात को पुलिस थाने पहुंचे थे सैंकड़ों हिन्दू नेता और नागरिक
इटारसी। जिन अधिकारियों के आदेश पर नगर पालिका के कर्मचारी पीओपी की गणेश प्रतिमाओं को कचरे की ट्राली में ले जाकर फैंक रहे थे, उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गई है। अब पुलिस वीडियो में देखकर उन कर्मचारियों से बयान लेगी और फिर उनके बताए अनुसार एफआईआर में नाम बढ़ाए जाएंगे। आधी रात को इस घटना के विरोध में थाने पहुंचे हिन्दूवादी नेता और गणमान्य नागरिकों की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। अधिवक्ता अशोक शर्मा ने बताया कि अभी कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया है, उनके बयान के बाद अधिकारियों के नाम जोड़े जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका के अमले द्वारा आज शाम बाजार में अचानक पहुंचकर प्रतिबंधित पीओपी की प्रतिमाओं को कचरे की ट्राली से ले जाकर गड्ढे में डालने और ट्राली में कर्मचारी द्वारा मूर्तियों के ऊपर खड़े होकर बेरहमी से फैंकने का विरोध करने और पुलिस को शिकायत करने सैंकड़ों हिन्दुवादी नेता, राजनीतिक दल के कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक थाने में एकत्र हुए थे। नगर पालिका के अधिकारियों की मौजूदगी में हुए इस कृत्य से नागरिकों में आक्रोश सोशल मीडिया पर लगातार चल रही खबरों के बाद इन लोगों ने पुलिस थाने जाकर विरोध दर्ज कराने और अधिकारियों के खिलाफ इस कृत्य के विरोध में शिकायत करने सैंकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे। सर्व ब्राह्मण समाज, ब्राह्मण सेना, कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के अलावा गणमान्य नागरिक पुलिस स्टेशन में पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग पर अड़े रहे। आखिरकार पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज करनी पड़ी। एसडीओपी उमेश द्विवेदी और टीआई विक्रम रजक से चर्चा के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है