पुस्र्ष प्रधान समाज की अवधारणा तोड, महिलाएं बनें आत्मनिर्भर

इटारसी। पुलिस एवं महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा ठाकुर जी गार्डन में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर सम्मान, सुरक्षा और स्वरक्षा पर आधारित संवाद कार्यक्रम हुआ।
महिला बाल विकास के संयुक्त संचालक शिव कुमार शर्मा ने महिला सशक्तिकरण का सम्मान करते हुए सुरक्षा, स्वरक्षा एवं सम्मान के अलावा महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार देने की बात पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को बराबरी का दर्जा देकर उनका आत्मसम्मान करना जरूरी है। एसडीओपी अनिल शर्मा ने बालिकाओं को गुड-बेड टच की जानकारी देते हुए कहा कि आज के दौर में हमें बच्चों की मॉनीटिरिंग करना चाहिए, जिससे बच्चे गलत रास्ते पर न चलें जाएं। उन्होंने पास्को एक्ट एवं महिला अधिकार कानूनों की जानकारी दी। जिला परियोजना अधिकारी संजय त्रिपाठी ने कहा कि परिवार में हर सदस्य का संवाद निश्चित रूप से होना चाहिए, किसी भी तरह की समस्या हो उसे शेयर करना चाहिए। टीआई रामसनेही चौहान ने महिला सुरक्षा से जुडे कानून बताते हुए कहा कि आज के दौर में महिलाओं और बच्चियों से जुड़े अपराध बढ़ रहे हैं, इसलिए समाज को सजग होना जरूरी है।
वन स्टॉप सेंटर की प्रशासक मोहिनी सिंह ने घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को दी जा रही मदद का उल्लेख करते हुए कहा कि मानसिक एवं शारीरिक प्रताडऩा का शिकार होने वाली महिलाएं सीधे शिकायत कर सकती हैं। एसआई अंजना भल्लावी ने महिलाओं को अपना स्वाभिमान बचाकर पुरुष प्रधान समाज की अवधारणा तोडऩे का संकल्प दिलाया। उपसंचालक महिला सशक्तिकरण विभाग मोहिनी जाधव ने कहा समय के साथ पढ़ाई, रोजगार एवं समाज के विभिन्न् क्षेत्रों में महिलाओं को आगे आकर भागीदारी करना चाहिए। बाल संरक्षण अधिकारी चंद्रशेखर नागेश ने चाइल्ड लाइन एवं जेजे एक्ट के प्रावधान बताते हुए कहा सरकार लगातार कड़े कानून बना रही है, जिससे बच्चियों का संरक्षण हो सके। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी योगेश घाघरे, एसआई प्रज्ञा शर्मा, एसआई मोनिका गौर, हेमलता कुशवाहा, लवकुश शर्मा, रेखा मुनिया, मोहिनी जाधव, कल्पना जोनाथन, पार्षद अमृता मनीष ठाकुर, प्रभारी प्रीति शर्मा, सीएलसी की कविता खरे, पायल पटेल, दीपमाला यादव, पूजा दुबे, सुमित ठाकुर, अंजलि कुचबंदिया मौजूद थे। संचालन सुनील बाजपेयी एवं शालिनी यादव ने आभार प्रदर्शन किया।

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