इटारसी। वृंदावन गार्डन न्यास कालोनी में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन भृगु सिद्ध आचार्य प्रवर पं. नरेन्द्र नागर ने राजा परीक्षित और शुकदेव जी की कथा का भक्तों को श्रवण कराया। उन्होंने प्रभु के नाम का गुणगान करते हुए प्रभु नाम की महिमा को अनेकानेक कथा प्रसंग ओर दृष्टांतों के माध्यम से श्रोताओं को सुमधुर वाणी पारंपरिक गीत संगीत की धुनों पर गाये भजन के साथ कथा सुनायी।
उपस्थित श्रोताओं को कथा श्रवण कराते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु से बड़ा है, प्रभु का नाम, जिसे जपने भर से ही मानव मोक्ष को प्राप्त कर प्रभु में ही लीन हो जाता है। इस दौरान मुख्य यजमान भट्ट परिवार इटारसी की ओर से कथा व्यास भृगु सिद्ध आचार्य पं. नरेंद्र नागर का पुष्पहारों से स्वागत किया। इससे पूर्व शनिवार को श्री द्वारकाधीश मन्दिर से कथा स्थल वृन्दावन गार्डन तक कलश यात्रा निकाली गई थी। कलशयात्रा में श्री राधा कृष्ण की प्रतिमा को नगर भ्रमण कराकर कथास्थल पर स्थापित किया है। आज दूसरे दिन श्री नागर के मुख से प्रभु की कथा को श्रवण करने सैंकड़ों भक्तों के अलावा नगर के अनेक विद्वान कथा वाचक भी पहुंचे थे।