बड़ा मंदिर में श्रीमद् भागवत कथा का समापन
इटारसी। श्री द्वारिकाधीश मंदिर परिसर में पितृपक्ष के अवसर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा समारोह का समापन आज शुक्रवार को हवन-पूजन, महाआरती, महाप्रसादी एवं संत सम्मान के साथ संपन्न हो गया।
शहर के जायसवाल परिवार द्वारा अपने पूर्वजों की स्मृति में पितृपक्ष के मौके पर श्री द्वारिकाधीश मंदिर परिसर में श्रीमद् भागवत कथा महापुराण का आयोजन किया। समापन दिवस की कथा को संबोधित करते हुए सिवनी मालवा के भागवत आचार्य रघुनंदन शर्मा ने कहा कि श्रीमद् भागवत महापुराण ही एक मात्र ऐसा धर्मग्रंथ है जिसमें भगवान श्री हरि के समस्त अवतारों का वर्णन है। साथ ही मानव जीवन के जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी 16 संस्कारों को महर्षि वेद व्याय ने प्रतिपातिद किया है। पंडित श्री शर्मा ने सुदामा प्रसंग का भी सकारात्मक वर्णन किया।
इस दौरान संगीत समिति ने मधुर भजन प्रस्तुत किये जिन पर श्रोता भक्ति में झूम उठे। कथा समापन के पश्चात प्रवचनकर्ता रघुनंदन शर्मा, संयोजक अनिल मिश्रा, कमलेश दुबे, अभिषेक पंचोली, नीलेश दुबे, सुरेन्द्र भार्गव, योगेश शर्मा, बाबूलाल उपाध्याय, सुरेन्द्र ठाकुर का सम्मान किया गया। अंत में महाआरती एवं प्रसाद वितरण के साथ कथा का समापन हुआ।