बम भोले से गूंजे सतपुड़ा के शिखर, शिव के दर्शन को पहुंचे हजारों भक्त

घंटों जाम के फंसे फिर भी उत्साह रहा बरकरार

घंटों जाम के फंसे फिर भी उत्साह रहा बरकरार
इटारसी। महाशिवरात्रि के अवसर पर सतपुड़ा के शिखर बम-बम भोले से जयकारों से गूंजे। जमानी के निकट तिलक सिंदूर में महाशिवरात्रि के मौके पर भक्तों का क्षेत्र में सबसे बड़ा मेला लगा। मेले में हरदा-बैतूल और होशंगाबाद से हजारों भोले के भक्त गुफा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। महाशिवरात्रि के मौके पर तिलक सिंदूर और शरददेव में मेला लगा जहां हजारों भक्तों ने पहुंचकर भगवान के दर्शन किए। तिलक सिंदूर मंदिर में दर्शन करने कमिश्रर उमाकांत उमाराव और आर्डनेंस फैक्ट्री के जीएम एस सहदेव भी पहुंचे।
तिलक सिंदूर पहुंचने वाले भक्तों का उत्साह इतना चरम पर था कि दिनभर में कई मर्तबा दो से तीन घंटे का जाम भी उनको दर्शन करने से नहीं रोक सका। जमानी से तिलक सिंदूर मार्ग पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से फ्लाप रही। जमानी में जिन ट्रैफिक कर्मियों की ड्यूटी थी, उन्होंने जिम्मेदारी नहीं निभाई और हजारों लोगों को घंटों परेशान होना पड़ा। महाशिवरात्रि पर शहर के श्री द्वारिकाधीश मंदिर, श्री बूढ़ी माता मंदिर, भोले मंदिर पूड़ी लाइन, हनुमान और शिव मंदिर नई गरीबी लाइन, पशुपतिनाथ मंदिर बारह बंगला सहित पुरानी इटारसी, सूरजगंज, गुजराती मोहल्ला, नाला मोहल्ला, नयायार्ड और आसपास के क्षेत्र में भोलेनाथ की भक्ति चरम पर थी।
ये थे व्यवस्था संभालने मौजूद
मेले की व्यवस्था संभालने एसडीएम अभिषेक गेहलोत, एसडीओपी अनिल शर्मा, टीआई भूपेन्द्र मौर्य, तहसीलदार कदीर खान, नायब तहसीलदार एनपी शर्मा, केसला जनपद सीईओ सीपी सोनी मौजूद थे। यहां व्यवस्थाओं में नगर पालिका के अधिकारी और कर्मचारी, फायर ब्रिगेड, सफाई कर्मचारी, पानी के टेंकर, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी, राजस्व विभाग के कर्मचारी, पटवारी, कोटवार, आरआई तैनात थे। स्वाथ्य विभाग ने यहां स्वास्थ्य शिविर लगा रखा था।
it24217 (2)तिलक सिंदूर में भक्तों का मेला
महाशिवरात्रि के अवसर पर सबसे बड़ा मेला जमानी के पास तिलक सिंदूर में लगा। यहां 70-80 हजार भक्तों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। सुबह साढ़े चार बजे महाभिषेक के बाद यहां भक्तों के दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हुआ जो देर रात तक जारी था। सुबह पांच बजे से लगातार चारपहिया, दुपहिया वाहनों से लोग दर्शन करने पहुंचे। जमानी से तिलक सिंदूर तक लगातार वाहनों का रैला थम नहीं रहा था। इटारसी, होशंगाबाद, सिवनी मालवा, हरदा शहरों के अलावा सैंकड़ों गांवों से हजारों स्त्री-पुरुष, बच्चे, बुजुर्ग भगवान शिव के दर्शन करने तिलक सिंदूर पहुंचे थे। भगवान के दर्शन करने के बाद हजारों लोगों ने मेले में भ्रमण कर मनोरंजन किया। मेले में सैंकड़ों दुकानें थीं जिनमें खानपान के अलावा बच्चों के खिलौने, महिलाओं के श्रंगार, चश्मे के अलावा कृषि कार्य में काम आने वाली चीजें सबसे अधिक थीं। राजगिरे के लड्डू, संतरे, खीरा भी मेले में खूब बिके।
it24217भंडार भरपूर रहे, यह मांगा
तिलक सिंदूर मंदिर परिसर में ही नाथ बाबा के अनुयायियों ने भी अन्नदान करके पूजा-पाठ किया और भगवान काल भैरव के दर्शन किए। यहां बैठे अशोक नाथ बाबा का कहना था कि कई गांव के लोग यहां परंपरा अनुसार महाशिवरात्रि के अवसर पर आकर पूजा-पाठ करते हैं और गेहूं व अन्य अन्न दान करके भगवान से उनके घर और परिवार में खुशहाली के अलावा अन्न का भंडार भरपूर रहे, यह मांगते हैं। इसके अलावा जिनकी मन्नतें पूरी होती हैं तो वे भी इस अवसर पर आकर अन्नदान करते हैं। इसी दौरान यहां पूजा करा रहे एक भक्त का कहना है कि नाथ बाबा से हम हमारे यहां की खुशहाली मांगते हैं। कोई भी आकर यहां पूजा-पाठ कर सकता है। मन्नतें मांगते हैं और मन्नत पूरी होने पर भी आकर यहां भगवान का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने बताया कि वे भगवान कालभैरव की पूजा-अर्चना करते हैं। प्राचीन गुफा मंदिर के दाहिने तरफ काल भैरव का मंदिर बना हुआ है।
it24217 (11)चालीस क्विंटल खिचड़ी बांटी
तिलक सिंदूर मंदिर पहुंच मार्ग पर श्री शिवशक्ति सेवा मंडल के सदस्यों ने हर वर्ष की इस वर्ष भी फलाहारी खिचड़ी का भंडारा किया था। यह समिति का लगातार पंद्रहवा वर्ष था। सुबह से शाम तक मंडल के पंडाल पर भक्तों की कतार थम नहीं रही थी। मंडल के सदस्य भारतभूषण गांधी लच्छू ने बताया कि समिति के सभी सदस्यों की सेवा भावना के परिणामस्वरूप पिछले पंद्रह वर्ष से यह भंडारा सफल होता रहा है। यहां भक्तों को साबूदाना खिचड़ी के अलावा नमकीन मठा और चाय भी प्रदान की जाती है। महाकाल की नगरी उज्जैस से आए कारीगर फलाहारी प्रसाद तैयार करते हैं। इस वर्ष 40 क्विंटल खिचड़ी, करीब 9 हज़ार लीटर मट्ठा और 4 हजार कप चाय का वितरण किया गया है। सुबह 8 से 11 बजे तक भक्तों को चाय पिलायी फिर म_ा वितरण किया। श्री गांधी ने बताया कि सुबह से शाम तक चले भंडारे में सौ से डेढ़ सौ सेवादारों ने 50 हजार भक्तों को प्रसाद वितरण किया।
it24217 (10)फ्लॉप हो गई ट्रैफिक व्यवस्था
तिलक सिंदूर मेले में ट्रैफिक जाम का इस बार भी रिकार्ड बन गया। दिनभर में करीब आधा दर्जन बार जमानी से तिलकसिंदूर के बीच जाम लगा। मेले की व्यवस्था संबंधी बैठकों में जो भी तय किया गया था, उसका किसी भी तरह से पालन ट्रैफिक ड्यूटी में लगे जवानों ने नहीं किया। जमानी तिराहे पर जिन भी पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्होंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक तरह से नहीं किया। यह तय किया था कि टै्रक्टर-ट्रालियां तीखड़ रोड होकर जाएंगी, उन्हें जमानी से सीधे तिलक सिंदूर मार्ग पर नहीं घुसने दिया जाएगा। लेकिन यहां पाइंट पर लगे किसी पुलिस कर्मी ने यहां ट्रैक्टर ट्रालियों को नहीं रोका और परिणाम यह हुआ कि दोपहर एक बजे जमानी चर्च के आगे पहला लंबा जाम लगा। यह जाम करीब सवा दो घंटे का था। इसके बाद लगातार इस मार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रालियों के कारण जाम लगते और खुलते रहे। ट्रैफिक अमला जाम रोकने में पूरी तरह असफल रहा।

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