बर्फीली हवाओं से मौसम हुआ सर्द

शीतलहर ने कंपकंपाया
इटारसी।
नर्मदांचल शीतलहर की चपेट में है। ऐसे में गर्म कपड़ों में लिपटे लोग सर्दी से बचने अलाव का सहारा ले रहे हैं तो गर्म चाय की चुस्कियां भी ठंड से राहत प्रदान करने के लिए सहारा बन रही हैं।
हिमालय से आने वाली बर्फीली हवाएं मौसम पर खासा असर डाल रही हैं। दिन और रात के तापमान में गिरावट आने से अब लोगों का सारा दिन गर्म कपड़ों में गुजर रहा है। हिमालय पर कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में बर्फ पडने का असर नर्मदांचल में भी हो रहा है। तापमान में गिरावट के साथ ही कंपकंपा देने वाली सर्दी का अहसास होने लगा है। जहां यह मौसम आमजन की सेहत के मान से अच्छा होता है, वहीं जरा से लापरवाही बीमार भी कर सकती है। गेहूं की फसलों के लिए सर्द मौसम अमृत के समान है। इससे गेहूं की बढ़त को मदद मिलेगी।
इधर ठंड के बावजूद हर वर्ष जलने वाले अलाव अब तक नगर पालिका ने शुरु नहीं किए हैं। ठंड से गरीबों, फुटपाथ पर रात गुजारने वालों तथा झुग्गी में रहने वालों को बचाने के लिए हर वर्ष नगर पालिका द्वारा बस स्टैंड, जयस्तंभ चैक, रेलवे स्टेशन सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर अलाव का इंतजाम करती है। इस वर्ष अब तक नगर पालिका ने अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की है। नगरपालिका करीब आधा दर्जन स्थानों पर अलाव का इंतजाम करती है, जो अब तक नहीं किया गया है। हालांकि अभी हाड़ कंपा देने वाली ठंड नहीं पड़ रही है, लेकिन कंपकंपी भरा मौसम अवश्य हो गया है और ऐसे में लोग ऊनी कपड़े, अलाव का सहारा तो लेने ही लगे हैं। शुक्रवार की रात से बर्फीली हवाओं ने संपूर्ण नर्मदांचल मंय अपना असर दिखाना शुरु कर दिया था।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर में पड़ रही बर्फ के असर से मौसम बदला और तापमान में गिरावट आयी है। अभी अगले दो दिन और गिरावट आने की संभावना जतायी जा रही है। आज सुबह ही तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और रात में यह गिरकर 11 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। आज सुबह उत्तर-पूर्वी हवा की रफ्तार 14 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की गई। हालांकि शाम तक यह घटकर 8 किलोमीटर प्रतिघंटा तक आ गयी थी।

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