बारिश से किसान खुश, अगले 48 घंटे और बारिश की संभावना

इटारसी। शहर में शुक्रवार शाम से शुरू हुआ हल्की बारिश का दौर शनिवार को भी पूरे चलता रहा। शुक्रवार की रात और शनिवार को दिन भी रुक-रुककर रिमझिम और मूसलाधार बारिश होती रही। शनिवार को सुबह बारिश काफी तेज रही जिससे स्कूल जाने वाले बच्चों को भीगते हुए स्कूल जाना पड़ा। बारिश इतनी तेज थी कि छाता और बरसाती भी बेअसर हो रहे थे।
शहर में पिछले दो दिनों से आसमान में गहरे बादल मंडराते रहे और हल्की बारिश होती रही, वहीं थोड़े-थोड़े अंतराल पर तेज और रिमझिम बारिश हुई, जिससे पूरा शहर तर हो गयी। रिमझिम बारिश से मौसम सुहावना हो गया। स्कूल जाने वाले और लौट रहे बच्चों को भीगते हुए घर वापस जाना पड़ा। बाजार और सड़कों पर निकले लोग भी भीग कर तरबतर हो गए। अब मानसून की शुरूआत हो चुकी है और आसमान पर बादलों की उपस्थिति से लग रहा है कि शहर के अधिकांश हिस्सों में कही रिमझिम तो कहीं तेज बारिश का मौसम बना रहेगा। बारिश से जहां जनजीवन अस्तव्यस्त रहा वहीं कुछ जगह मेन रोड के किनारे बारिश के पानी की निकासी का उचित व्यवस्था न होने के कारण जलभराव की स्थिति पैदा हुई है, और लोगों को इसी गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा। अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।

मौसम को प्रभावित करने वाले कारक
उत्तरी उड़ीसा एवं उससे लगे झारखंड में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है जिसके साथ हवा के ऊपरी भाग में से 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवाती हवा का घेरा भी बना हुआ है। मानसून द्रोणिका समुद्र की सतह पर बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, वाराणसी से कम दबाव के क्षेत्र उत्तरी उड़ीसा से दक्षिण पूर्व दिशा की ओर बंगाल की खाड़ी की तरफ जा रही है जो 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना है। उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश एवं उससे लगे उत्तरी राजस्थान के ऊपर 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बना है जो दक्षिण की ओर झुका हुआ है। उत्तरी राजस्थान से उत्तरी उड़ीसा तक हवा के कम दबाव के क्षेत्र पर तक हवा की ऊपरी भाग में एक द्रोणिका बनी है जो पूर्वी राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़ से होकर गुजर रही है जो 3.1 एवं 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई पर बना है तथा ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका है। एक दूसरा कम दबाव का क्षेत्र 31 जुलाई को उत्तर पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है, जिसके कारण अगले सप्ताह भी बारिश का दौर इसी तरह बना रहेगा जो 29 और 30 जुलाई को थोड़ा कम होगा फिर 1 और 2 अगस्त को भारी वर्षा होने की संभावनाएं है। अगले 48 घंटों के दौरान (29 जुलाई के प्रात: 08:30 तक) होशंगाबाद संभाग की जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है।

अधिकतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में)  अधिकतम तापमान वर्षा

होशंगाबाद                28.3 15.2
पचमढ़ी                     22.0 22.0
बैतूल                         25.0 6.0

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