बेहतर परिणाम न देने पर सख्त नाराज हुए कमिश्रर
होशंगाबाद। कमिश्नर उमाकांत उमराव नेआदिमजाति कल्याण विभाग एवं स्कूल शिक्षा विभाग की संयुक्त संभागीय बैठक में संभाग के सभी उत्कृष्ट विद्यालयों एवं मॉडल स्कूल के प्राचार्यों को निर्देशित किया कि वे अपने स्कूल में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को आईआईटी, जेईई एवं नीट में प्रवेश दिलाने के लिए बेहतर रणनीति बनाएं। कमिश्नर ने सभी प्राचार्यों को सख्त निर्देश दिए कि यदि वे अपने स्कूलों में छात्र-छात्राओं के जेईई, नीट में चयन हेतु बेहतर रणनीति नहीं बना पाएंगे एवं छात्रों को विशेष अध्ययन यदि नहीं करा पाएंगे तो उन प्राचार्यों के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही करते हुए उन सभी प्राचार्यों का स्थानांतरण किया जाएगा।
बैठक में स्पष्ट हिदायत दी कि उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल साल दर साल बेहतर परिणाम नहीं दे पा रहे हैं। इन स्कूलों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का भी सिलेक्शन जेईई, आईआईटी एवं नीट में नहीं हो पा रहा है। उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल केवल नाम के उत्कृष्ट एवं मॉडल हैं। शैक्षणिक रिकॉर्ड इन स्कूलों का अत्यंत खराब है। जिला शिक्षा अधिकारी अनिल वैद्य ने बताया कि जिन उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों का परीक्षा परिणाम ठीक नहीं रहा है उन स्कूलों के शिक्षकों को अन्य विद्यालय में स्थानांतरण करने की कार्यवाही प्रगति में हैं। शिक्षकों की काउंसलिंग कर आवश्यकतानुसार दूर दराज के क्षेत्र में उनकी पदस्थापना की जाएगी जहां ऐसे शिक्षकों की आवश्यकता है।
श्री उमराव ने बच्चों द्वारा अन्यत्र कोचिंग लेने की प्रवृत्ति पर सख्त नाराजी जाहिर करते हुए कहा कि प्रात: 10:30 बजे से सायं 4:30 बजे तक यदि शिक्षक पूरी गंभीरता से पढ़ाएं तो छात्रों को कोचिंग लेने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। शिक्षक पूरी तैयारी करके नहीं पढ़ा रहे हैं। कमिश्नर ने कहा कि जिन शिक्षकों का परीक्षा परिणाम निम्नस्तर का रहेगा उन शिक्षकों के विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।