बैठक : पंद्रह दिन में दिखने लगेगी शहर की साफ तस्वीर

इटारसी। गंदगी के लिए बदनाम शहर की सफाई व्यवस्था की तस्वीर पंद्रह दिन में बदलेगी। यह दावा किया है, मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने। उनका कहना है कि हमारे पास आबादी के मान से सफाई कर्मचारियों की संख्या बेहद कम है, बावजूद इसके हम वर्तमान अमले के साथ ही शहर की सफाई व्यवस्था में परिवर्तन करके इसे बेहतर बनाएंगे। इसके लिए आज उन्होंने अपने कक्ष में सफाई विभाग की बैठक ली। बैठक मंथ स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी, सभापति राकेश जाधव और सफाई दरोगा शामिल हुए।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा का कहना है कि पंद्रह दिन में शहर की सफाई व्यवस्था में परिवर्तन दिखाई देने लगेगा। प्रदेश में बढ़ते डेंगू रोग को देखते हुए बुधवार को सीएमओ श्री वर्मा ने सफाई अमले की बैठक ली और व्यवस्था में सुधार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल किये। एक बात उभरकर सामने आयी है कि 29 वर्ष पूर्व शहर की सफाई व्यवस्था के लिए जितने सफाई कर्मचारी थे, उसमें बढ़ोतरी तो नहीं हुई बल्कि कमी आ गयी है। ऐसे में सफाई प्रभावित हो रही है। अमले को बढ़ाया जाना चाहिए ताकि काम प्रभावित न हो।

90 में थे, 3 सौ, अब 296
शहर की सफाई व्यवस्था के लिए सन् 1990 में करीब तीन सौ सफाई कर्मचारी थे। वर्तमान में सभी 34 वार्डों में 296 कर्मचारी हैं जिनमें वाहन चालक, सफाईकर्मी, सफाई दरोगा भी शामिल हैं। कर्मचारी सेवानिवृत्त भी होते जा रहे हैं। 2011 की जनगणना में जनसंख्या 99733 थी, आज करीब डेढ़ लाख है। लेकिन, कर्मचारी कम हैं तो प्रत्येक रोड पर सफाई नहीं हो पाती है।

जनसंख्या का यह यह आधार
नगरीय प्रशासन विभाग ने सफाई कर्मचारियों की संख्या जनसंख्या के आधार पर जो निर्धारित की है, उसमें प्रत्येक पांच सौ जनसंख्या पर एक सफाई कर्मचारी होना है। वर्तमान में जो बैठक हुई उसमें निर्देश दिये हैं कि वर्तमान में यह पता करें कि कितने कर्मचारियों की जरूरत है ताकि परिषद से उसे पारित कराने के बाद राज्य शासन के पास मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा जा सके।

जमादारों को मिले यह निर्देश
सफाई विभाग की बैठक में मौजूद सभी जमादारों को निर्देश दिये गये हैं कि वे यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक वाहन चालक को दोनों वक्त कचरा कलेक्शन के लिए ताकीद करें। मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा, स्वच्छता निरीक्षक आरके तिवारी और सफाई दरोगा प्रत्येक दिन इस कार्य की मॉनिटरिंग करेंगे। सीएमओ श्री वर्मा ने कहा कि कार्य में लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।

ये है आगामी योजना
समय पर वार्डों में वाहन पहुंचे, इसके लिए निर्देश दिये गये हैं। 34 वार्ड में पंद्रह कचरा कलेक्शन वाहन चलाए जा रहे हैं। वाहनों को प्रात: 7 बजे से वार्ड में कलेक्शन के लिए निकलना होगा। एक वाहन से दो वार्ड में कलेक्शन किया जाता है। इसमें करीब दो घंटे का वक्त लगता है। यदि कोई वाहन चालक बीमारी है या वाहन खराब है तो दूसरे वार्ड के वाहन से कचरा कलेक्शन कराएंगे।

इन पर भी हुई चर्चा
पानी भरे रिक्त भूखंड पर मलेरिया ऑयल डाला जाए
– नाली और रोड की सफाई दोनों वक्त करायी जाएगी
– सफाई के बाद वार्ड के नागरिकों के हस्ताक्षर लिए जाएं
– हर वार्ड में हर रोज फॉगिंग मशीन से धुआं कराया जाए
– ड्यूटी के वक्त हर सफाई कर्मी को यूनिफार्म अनिवार्य
– जो भी यूनिफार्म पर नहीं होगा, उसकी अनुपस्थिति लगेगी
– वाइन शॉप के आसपास कचरा हुआ तो दुकान पर जुर्माना
– न्यास के कचरा डंपिंग मैदान पर कांजी हाउस का सुझाव
– मैरिज गार्डन पर कचरा मिलने पर पांच हजार का जुर्माना

इनका कहना है…!
सफाई विभाग की बैठक में व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये हैं। कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दो बार कचरा कलेक्शन और सफाई के निर्देश दिये गये हैं। सफाई कर्मचारी बढ़ाने पर भी चर्चा हुई है। परिषद से स्वीकृति के बाद शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। पंद्रह दिन में परिणाम दिखाई देने लगेंगे।
हरिओम वर्मा, सीएमओ

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