भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाया गया

इटारसी। शहर के मालवीयगंज क्षेत्र में हरसंगत द्वार के बाजू से बने पंडाल में श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाया। भगवान कृष्ण का कंस के कारागार में जन्म एवं उन्हें गोकुल ले जाने का सजीव चित्रण किया गया। श्रद्धालु कृष्ण जन्म के समय जमकर थिरके और नगाड़े आतिशबाजी के साथ जन्म लीला का मंचन हुआ। पंंडाल में मौजूद बच्चों एवं श्रद्धालुओं को खिलौने वितरित किए गए। समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ठाकुर ने अपनी पत्नी के साथ व्यासपीठ का पूजन किया।
संत भक्त आचार्य पं. भगवती प्रसाद तिवारी ने चतुर्थ दिवस की कथा को संबोधित करते हुए भगवान की प्राकट्य लीला का विशेष प्रवचन दिए। उन्होंने कहा कि संसार में जब तक मानव की स्वाभाविक इच्छाओं की पूर्ति नहीं होती तब तक उसको शाश्वत, अमिट, अखंड शांति की प्राप्ति नहीं हो सकती। मनुष्य मात्र की एक ही इच्छा है सभी दुखो से सदा के लिये मुक्त होकर, परमानंद की प्राप्ति हो। प्रत्येक मनुष्य अपने जीवन में नित्य सुख शांति, आंनद की इच्छा करता है परंतु क्षण भंगुर नश्वर पदार्थ में पूर्ण सुख प्राप्त नहीं होता। एक ईश्वर, सत्य, धर्म, ईमानदारी, सेवा सत्संग, त्याग से ही पूर्ण सुख की प्राप्ति होती है। ईश्वर के बिना कोई भी सदा सुखी नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि संसार में जो भी पदार्थ, व्यक्ति, वस्तु है सब नाशवान है मिथ्या है, उसका एक दिन नाश अवश्य होना है। भागवत में शुकदेव मुनि ने यह ज्ञान राजा परिक्षित को दिया। पं. तिवारी ने गज-ग्राह के साथ समुद्र मंथन एवं श्री कृष्ण जन्मोत्सव का प्रसंग आध्यात्मिक ढंग से सुनाया।
दुनिया में मृत्यु सबकी होती है मुक्ति सबकी नहीं : खातेगांव से आए पं. ललित तिवारी ने यजमानों से विधि विधान से पूजन अर्चन कराया समिति के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह ठाकुर बबली व्यास पीठ का पूजन कर आचार्य श्री तिवारी का पुष्पहार से स्वागत किया कार्यक्रम का संचालन गाडऱवाड़ा से आए पं. ब्रजेन्द्र तिवारी ने किया। कृष्ण जन्म होने के कारण भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

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