मई में नौतपा के बाद जून सबसे ज्यादा तपा

होशंगाबाद से मदन शर्मा। मई माह की चिलचिलाती गर्मी के बाद जून में जब मृगशिरा लगेगा तो तापमान में गिरावट आएगी। इस उम्मीद को जून ने तोड़ दिया है। मई में रोहणी के नौतपा के बाद जून उससे भी ज्यादा तप रहा है। जहां नौपता में तापमान 25 से 46 डिग्री के आसपास रहा तो अब रिकार्ड 47 से ऊपर जाकर 48 के आसपास पहुंच रहा है। अभी मानसून की निश्चित तिथि भी नहीं पता चली है। ये जून और कितना तपायेगा, यही सोचकर रोंगटे खड़े हो रहे हैं।
जून उबाल मार रहा है। गुरुवार को 48 डिग्री तक पारा चढ़ा है। जून माह में तापमान ने अपने पिछले रिकार्ड तोड़ दिये हैं और सारे हदें पार कर 48 डिग्री के आसपास पहुंच गया है। नवतपा के दौरान 45 से 46 के बीच रहे तापमान में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई, इसके पहले होशंगाबाद में जून के माह में इतना तापमान नहीं दर्ज किया गया है। भीषण गर्मी से सड़कंे सुनसान रहीं, वहीं घरों में कूलर, एसी भी राहत नहीं दिला पा रहे हैं। बेचैन कर रही गर्मी ने लोगों को असहज कर दिया है। राजस्थान की तरफ से आ रही गर्म हवाओं ने धरती को भट्टी की तरह तपा दिया। मौसम विभाग के पास साल 1991 से रिकॉर्ड मौजूद है जिसमें गुरुवार को जून के अधिकतम तापमान ने पिछले 28 सालों का तोड़ दिया, अगर मौसम विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले 28 सालों में सबसे अधिक तापमान मई 2010 में तापमान 48 के पार दर्ज किया गया था। उस हिसाब से नजर डालें तो गुरुवार को 100 साल का रिकॉर्ड टूट गया है, क्योंकि जून माह में इससे पहले कभी इतना तापमान नहीं गया है।

गर्मी ढा रही सितम, मानसून का पता नहीं
शुरुआती जून में हर साल कुछ बूंदे पानी की बरस जाती हैं जिसके कारण तापमान 40 से 44 के बीच ही रहता है। मगर पिछले साल कम बारिश और इस साल एक बार भी बारिश के नहीं आने से गर्म हवाओं ने कोहराम मचा रखा है जिसके कारण आमजन अपने आप को असहज महसूस करने लगे हैं।
पचमढ़ी 40.2
बैतूल 44.5
होशंगाबाद 47.7 (1991 से 2019 तक सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान)

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