मप्र वन कर्मचारियों की बेमियादी हड़ताल 5 से

इटारसी। आज वन मंडल होशंगाबाद के वन परिक्षेत्र सुखतवा, इटारसी, सिवनी बनापुरा, मटकुली एवं सभी वन परिक्षेत्र से सभी कर्मचारियों ने अपनी 19 सूत्री मांगों को लेकर 5 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
मप्र वन कर्मचारी संघ के संभागीय अध्यक्ष अनिल मालवीय, अध्यक्ष कैलाश चंद्र, मुकेश द्विवेदी उपाध्यक्ष, अभिषेक उपाध्याय कोषाध्यक्ष, पदम सिंह राजपूत मीडिया प्रभारी एवं समस्त वन कर्मचारी संघ होशंगाबाद के सदस्य होशंगाबाद स्थित पीपल चौक पर बैठेंगे।
मीडिया प्रभारी पदम सिंह राजपूत ने बताया कि इस आंदोलन में रेंजर एसोसियेशन का भी साथ मिला है। आंदोलन के अंतर्गत आज पिपरिया बफर मटकुली रेंज के समस्त कर्मचारियों ने अपना बस्ता जमा किया है। वन विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें राजस्व एवं पुलिस के समान वेतनमान एवं 13 माह का वेतन प्रदान किया जाए। इसके साथ वन कर्मचारियो को सशस्त्र बल घोषित करने हेतु आईपीसी एवं सीआरपीसी में संशोधन कर न्यायायिक मजिस्ट्रेट के अधिकारी प्रदान किए जाएं। वन रक्षक से लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक स्तर तक के सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को वर्दी अनिवार्य की जाए तथा अपराध प्रक्रिया संहिता की धारा 45 की उन्मुक्ति प्रदान की जाए। समस्त वन रक्षकों को नियुक्ति दिनांक से ग्रेड पे 1900/5680 का लाभ मिले, जिन्हें लाभ प्राप्त हो गया है उनकी वसूली पर सर्वोच्च न्यायालय के अनुसार रोक लगायी जाए, वनरक्षक को नियुक्ति दिनांक से 10, 20, 30 वर्ष के बाद समयमान वेतनमान प्रदान किया जाए। स्थायी कर्मी को चतुर्थ श्रेणी में मप्र शासन के आदेशानुसार समायोजित कर सातवा वेतनमान, अनुकंपा नियुक्ति एवं वर्दी दी जाए।
शनिवार से बेमियादी हड़ताल पर जा रहे वनकर्मियों की मांगों में वन कर्मचारियों को वन रक्षक, वनपाल, उपवन क्षेत्रपाल, क्षेत्रपाल के निवास को सर्वसुविधायुक्त बनाकर परिवार के निवास हेतु तहसील एवं जिला स्तर पर भवन आवंटन, महाराष्ट्र सरकार की तर्ज पर पांच हजार रुपए वर्दी भत्ता, 13 माह का वेतन, पौष्टिक भत्ता, नक्सलाइड क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों को नक्सलाइट भत्ता एवं टायगर रिजर्व की बीटों में दो वन रक्षकों की पदस्थापना, पुलिस के समान कार्यपालिक पदनाम, वेतनमान, देयभत्ता एवं अन्य सुविधाओं आदि मांगें हैं।

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