मालगाड़ी से आटोरिक्शा और बस टकराने की खबर

दुर्घटना राहत गाड़ी की मुस्तैदी जांची रेलवे ने
इटारसी। आज दोपहर करीब 1 बजे अचानक रेलवे का हूटर बज उठा, लगातार हूटर बजने से लोग समझ गए कि कहीं कोई बड़ी रेल दुर्घटना हुई है। आनन-फानन में रेलवे के दुर्घटना यान के कर्मचारियों पहुंचे और कंट्रोल से आयी सूचना में बताए स्थान पर दुर्घटना राहत यान को रवाना किया गया।
भोपाल रेल मंडल से सूचना मिली थी कि मिसरौद के पास रेलवे गेट पर दो आटो और एक बस ट्रेन की चपेट में आ गयी है। रेल मंडल से सूचना प्राप्त होते ही यहां से दुर्घटना राहत यान को कर्मचारियों के साथ रवाना किया गया। इस दौरान इटारसी में आयी दादर-अमृतसर पठानकोट एक्सप्रेस को आधा घंटे के लिए यहीं प्लेटफार्म 1 पर रोक दिया गया। बाद में पता चला कि यह रेलवे का मॉकड्रिल था, जो विभाग ने अपने दुर्घटना यान की मुस्तैदी जांचने कराया था।
बारिश की तैयारी थी
दरअसल बारिश के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं के मद्देनज़र रेलवे ने यह मॉकड्रिल कराया था। रेलवे द्वारा शून्य दुर्घटना और बारिश के दौरान डीरेलमेंट की संभावनाओं को देखते हुए मॉकड्रिल के अंतर्गत यह सूचना की थी कि मिसरोद में एक मालगाड़ी से दो आटो रिक्शा और एक बस टकरा गए हैं। सूचना मिलते ही रेलवे ने दुर्घटना को संकेत देने वाले हूटर बजाने शुरु कर दिए। हूटर सुनते ही दुर्घटना राहत यान में राहत कर्मचारी पहुंचे और यान को दुर्घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि ब्रेक डाउन गाड़ी और कर्मचारियों को पवारखेड़ा के पास तक ले जाकर वापस कर लिया गया।
पठानकोट रोक ली स्टेशन पर
रेल दुर्घटना की खबर मिलने पर जब यहां से ब्रेक डाउन को रवाना किया तो कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसलिए उस दौरान इटारसी आयी पठानकोट एक्सप्रेस को स्टेशन पर ही रोक लिया। ट्रेन करीब आधा घंटे इटारसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक एक पर खड़ी रही। बता दें कि बारिश के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए रेलवे अपनी तैयारियों को समय-समय पर जांचता रहता है। बारिश में कुछ वर्ष पूर्व बैतूल के पास एक पुल बह गया था तो हरदा के पास दो ट्रेन भी पुल में गिर गईं थी, ऐसे में दुर्घटना राहत यान का चौकस होना जरूरी होता है, इस टेस्ट में यह दल आज पास हो गया।

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