मीडिया को जानकारी देने से बचते रहे अफसर

प्रेस को गुमराह करके हत्या के आरोपियों को कोर्ट ले गई पुलिस

प्रेस को गुमराह करके हत्या के आरोपियों को कोर्ट ले गई पुलिस
इटारसी। शहर के बहुचर्चित अलका पालीवाल हत्याकांड के तीन आरोपियों सराफा व्यावसायी दिनेश गोठी, उसके बंटाईदार फतेहचंद और नौकर अशोक धुर्वे को पुलिस ने आज कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने इससे पूर्व कोर्ट से दो दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन एक दिन का मिला था। आज पुलिस को आरोपियों को कोर्ट में पेश करना था। दोपहर में पुलिस ने मीडिया को गुमराह करना शुरु कर दिया था। आरोपियों को कोर्ट में पेश करना था तो मीडियाकर्मी इंतजार करते रहे। समय से पहले इनको थाने से वाहन में ले जाया गया। पहले कहा गया कि इनको मेडिकल के लिए अस्पताल ले गए, मीडिया जब अस्पताल पहुंचे तो वहां काफी देर बाद आरोपियों को लेकर पुलिस पहुंची। खासकर पुलिस ने दिनेश गोठी को प्रेस के कैमरों से बचाने का काफी प्रयास किया।
सूत्र बताते हैं कि पुलिस आरोपियों को घटना स्थल भी लेकर गई थी। इसके अलावा कुछ साक्ष्य संबंधी चीजें आरोपियों ने जहां-जहां फैकना बताया था, उसकी जब्ती के लिए भी पुलिस इनको लेकर संबंधित स्थान पर गई थी। सूत्र बताते हैं कि थाने से पुलिस ने इनको आदमगढ़ की पहाडिय़ा लेकर गए, मेडिकल के बाद भी जब इनको न्यायालय ले जाया जा रहा था कि अस्पताल से अस्पताल की दूरी केवल पांच मिनट की है जबकि इनको वहां पहुंचने में पंद्रह मिनट का वक्त लगा, दरअसल आरोपियों के साथ चल रहे पुलिस अफसर इनको मीडिया के कैमरे से बचाने में अपनी उर्जा खर्च करते रहे।

दोस्त, रिश्तेदार मिलने पहुंचे
पुलिस जब थाने से आरोपियों को लेकर निकली थी तो दिनेश गोठी के मित्र, रिश्तेदारों में उनसे मिलने की होड़ लगी रही। जब पुलिस इन आरोपियों को मेडिकल कराने सरकारी अस्पताल ले गई तो वहां गोठी परिवार मौजूद था। यहां एक मीडियाकर्मी ने जब वीडियो कैमरा में दृश्य शूट करना चाहा तो दिनेश गोठी ने उसे धक्का देकर अलग कर दिया। अस्पताल में दिनेश के परिजन मिलने पहुंचे थे तो अदालत परिसर में उसके अनेक दोस्त उससे मिलने पहुंचे थे।

इनका कहना है…!
पुलिस को एक दिन की रिमांड मिली थी। इस अवधि में पूछताछ के दौरान कोई नई बात सामने नहीं आयी है।
अनिल शर्मा, एसडीओपी

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