मुसाफिरखाने में अवांछित लोगों पर नहीं लग पा रही है रोक

इटारसी। इटारसी जंक्शन पर खानाबदोश और अवैध वेंडरों ने यात्रियों सहित पुलिस की नाम में दम कर रखा है। हालांकि यह तो रोज आपस में लड़ाई कर अन्य लोगों को घायल कर रहे हैं। सोमवार को एक सिरफिरे ने यहां नशे में लाठी चलायी जिससे एक सफाई कर्मी घायल हो गया।
जीआरपी और आरपीएफ रेल जंक्शन पर चौबीस घंटे निगरानी का भले ही दावा करें, लेकिन यह सच नहीं है। समूचे रेल जंक्शन पर खानाबदोशों ने अपना डेरा बना रखा है और रोजगार की जुगाड़ कर ली है। जब इन्हें चार पैसे मिल जाते हैं तो यहां दारूखोरी कर आपस में या फिर अन्य यात्रियों से मारपीट कर लड़ाई-झगड़ा पर उतारू हो जाते हैं। दो दिन पूर्व यहां मुसाफिरखाने में दो महिलाएं आपस में लड़ी थीं। इसके बाद पहुंची जीआरपी को देखकर सब भाग गये। जीआरपी ने इनके डेरों को हटाया था लेकिन कुछ घंटे बाद ये सभी पुन: पहले ही वाले स्थान पर जम गये।
सोमवार को यही रोहित नायक 20 वर्षीय युवक और उसके दो दोस्तों ने पहले यहां शराब पीयी और फिर आपस में बहस करने लगे। उसी दौरान वहां से गुजर रहे सफाईकर्मी मुकेश कुलकर्णी ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो वह उल्टे उस पर ही टूट पड़े। लात-घूसों और डंडे से उसकी पिटाई कर दी जिससे उसके एक हाथ में चोट आयी है। करीब 20 मिनट तक रोहित और उसके साथी मुसाफिरखाने के बाहर तथा सड़क पर डंडे से उत्पात मचाते रहे लेकिन सूचना के बाद भी जीआरपी नहीं पहुंची। इधर घायल ने अपने साथियों को फोन लगाकर मौके पर बुलाया लेकिन तब तक सब भाग गये। जीआरपी ने घायल मुकेश को उपचार के लिए भेजा। दो घंटे बाद रोहित फिर उसी क्षेत्र में आया जिसे मुकेश और उसके साथी सफाई कर्मचारियों ने पकड़ा और जीआरपी थाने ले आये जहां पुलिस ने उसे हवालात में बंद कर दिया है। जीआरपी ने मुकेश से आवेदन लेकर कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

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