मेहरागांव पंचायत के रोजगार सहायक की सेवाएं समाप्त

Post by: Manju Thakur

इटारसी। जनपद पंचायत होशंगाबाद की सीईओ ने ग्राम पंचायत मेहरागांव के रोजगार सहायक की संविदा सेवा समाप्त कर दी है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई सीईओ और इटारसी तहसीलदार के आदेशों का उल्लंघन करने पर की है। रोजगार सहायक को कोरोना संदिग्ध परिवारों के घर पर्ची लगाने का कार्य सौंपा था जिसमें उन्होंने लापरवाही की।
जनपद पंचायत होशंगाबाद की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नमिता बघेल ने बताया कि इटारसी के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एलएल हेडा को कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद उनसे संपर्क में आये ग्राम बम्हनगांवखुर्द, ग्राम पंचायत साकेत के अन्य कर्मचारियों को भी तथा डॉक्टर ने जिन का उपचार किया है, उन्हें भी इस वायरस की आशंका को देखते हुए ग्राम बम्हनगांवखुर्द को चिह्नित कर गांव को बंद कर दिया है। ग्राम पंचायत मेहरागांव में भी चिकित्सक से उपचार कराने के कारण कोरोना संक्रमण से ग्रसित होने की संभावना होने के कारण 16 व्यक्तियों को चिह्नित किया है। उन सोलह लोगों के मकानों को चिह्नित करने के लिए पर्ची लगाने रोजगार सहायक जितेन्द्र पटेल को निर्देशित किया था तथा सचिव ग्राम पंचायत मेहरागांव, तहसीलदार इटारसी और सीईओ के निरंतर निर्देशों के उपरांत भी ग्राम रोजगार सहायक ने निर्देशों की अवहेलना की है। उन्होंने बताया कि चिह्नित व्यक्तियों के घर आने-जाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए पर्ची मकानों पर चस्पा करने के लिए सचिव मेहरागांव ने ग्राम सहायक साकेत की सहायता लेकर पर्ची चस्पा कराने का काम किया। ग्राम रोजगार सहायक मेहरागांव ने कोरोना संक्रमण के दौरान सफाई, सेनेटाइजर एवं लोगों को बाहर आने-जाने जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रोक, आदि कार्य में सहयोग न करने के कारण कार्य प्रभावित हुआ है और उनकी लापरवाही सिद्ध हुई है। बड़ी पंचायत शहर से नजदीक होने के कारण संक्रमण की काफी संभावना है। निरंतर वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के कारण जितेन्द्र पटैल, ग्राम रोजगार सहायक की संविदा सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है।

Leave a Comment

error: Content is protected !!