इटारसी। शहर के मुस्लिम समाज ने प्रदेश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए एसडीएम के मार्फत राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन टीआई को सौंपा है।
शहर के मुस्लिम समाज ने शुक्रवार को नमाज के बाद एकत्र होकर रेस्ट हाउस के पास एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा है कि भारत जैसे धर्म निरपेक्ष देश में कई प्रांतों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं ने पूरे देश में चिंता का माहौल बना दिया है। मॉब लिंचिंग में मुसलमान नौजवानों की हत्या, शारीरिक प्रताडऩा से समाज में डर एवं असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है। समाज ने सरकार से मांग की है कि जिन भी प्रांतों में ऐसी घटनाएं हो रही हैं, उन पर तत्काल रोक लगायी जाए और कानून लाकर मॉब लिंचिंग की घटनाओं में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान किया जाए। समाज के जमील अहमद ने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं में नौजवानों से नारे लगवाना, जुल्म करना जैसे वाकये से देश में आक्रोश है। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग की है कि तत्काल ऐसी घटनाओं पर रोक लगायी जाए।
जामा मस्जिद के पेश इमाम अशरफ अली ने कहा कि यह मुल्क प्यार वाला मुल्क है। इसकी तहज़ीब है कि एक दूसरे से कंधा से कंधा मिलाकर साथ चलते हैं, एकदूसरे की मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि यह हिन्दू-मुस्लिम जैसा मामला नहीं है। इसमें तो भीड़ द्वारा एकत्र होकर बेकसूरों को मारा जा रहा है। अब तक 132 घटनाएं हुईं जिसमें से 70 घटनाएं मुस्लिम्स के खिलाफ हुई हैं।