मोदी को पीएम बनाने अमरावती से दिल्ली की यात्रा
इटारसी। मोदी से अच्छा प्रधानमंत्री कोई नहीं है। मोदी ने दुनिया में भारत को मजबूत किया है। देश के लिए 18 घंटे काम करने वाला प्रधानमंत्री पहली बार मिला है। जो लोग नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हैं, उनके लिए कहना है कि प्रधानमंत्री जैसे पद पर बैठे व्यक्ति के विषय में अनर्गल प्रलाप शोभा नहीं देता है। यह मानना है, अमरावती की मोरसी तहसील के रहने वाले बुजुर्गवार ओमकार शर्मा का। वे मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की तमन्ना लेकर अमरावती से नयी दिल्ली की यात्रा पर मोपेड से 27 अप्रैल को निकले हैं, जो मंगलवार को सुबह इटारसी पहुंचे हैं।
मप्र और महाराष्ट्र के व्यावसायिक और सामाजिक क्षेत्र में समान दखल रखने वाले अमरावती के निवासी ओमप्रकाश शर्मा की इच्छा है कि नरेन्द्र मोदी दोबारा देश के प्रधानमंत्री बनें। वे 84 वर्ष की उम्र में अमरावती से मोपेड से नयी दिल्ली की यात्रा पर निकले हैं। यात्रा शुरु करने से पूर्व उन्होंने अपने गांव के शिव मंदिर से दो नारियल भी साथ रखे हैं जो वे दिल्ली में नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भेंट करेंगे। सीआरपीएफ की 13 बटालियन अजमेर में तीन वर्ष सेवा देने के बाद श्री शर्मा पिता के देहांत के कारण फोर्स छोड़कर घर आ गये थे। उन्होंने मप्र के पन्ना में डायमंड का काम किया और बुंदेलखंड लघु उद्योग की स्थापना की। अमरावती में उन्होंने संतरे की खेती भी की और भारतीय संतरा उत्पादक संघ के अध्यक्ष भी रहे। होशंगाबाद में उनका कृष्णा टाइल्स के नाम से फैक्ट्री थी।
27 को निकले यात्रा पर
ओमप्रकाश शर्मा अमरावती के भाजपा कार्यालय से 27 अप्रैल को निकले हैं। वे अपनी यात्रा के हर पड़ाव को डायरी में नोट कर रहे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडऩवीश और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक रिपोर्ट पहुंचा रहे हैं। करीब बारह सौ किलोमीटर की यात्रा पर निकले श्री शर्मा का अपना अनुमान है कि देश में भाजपा को 4 सौ सीटें मिलने वाली हैं। वे प्रतिदिन लगभग दो सौ किलोमीटर की यात्रा स्वयं की मोपेड और स्वयं के खर्च से पेट्रोल डालकर कर रहे हैं। रात्रि जहां भी हो जाए, वहीं उनका विश्राम होता है। श्री शर्मा ने बताया कि एक बार जब वे होशंगाबाद में टाइल्स का कारोबार करते थे, तब प्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार थी और उनको सरकारी काम में सप्लाई किए टाइल्स का भुगतान नहीं मिला तो कोर्ट में केस कर दिया था। प्रधानमंत्री पर अनर्गल टिप्पणी करने वालों के कारनामों से वे दुखी होते हैं और ऐसे लोगों से कहते हैं कि यह एक सम्मानजनक पद है, इस पर बैठे व्यक्ति के विषय में अनर्गल प्रलाप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को मतदान अवश्य ही करना चाहिए। यह भी कहा कि विरोधी कैसे हैं, क्या करते हैं, उस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। केवल मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए प्रचार करते दिल्ली जाएंगे।