इटारसी। मप्र राज्य अनुसूचित जाति आयोग की कड़ी फटकार के बाद आखिरकार नगर पालिका के स्वच्छता विभाग ने शासकीय सिंधी प्राथमिक शाला के पास कचरा डालना बंद किया और सीएमओ के निर्देश पर दो दिन के भीतर वहां की सफाई कराके मिट्टी डाली और प्लांटेशन भी करा दिया है। दरअसल, लगातार निवेदन और खबरें प्रकाशन के बावजूद नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वहां कचरा डालना बंद नहीं कराया था। जब राज्य अनुसूचित आयोग से फटकार लगी तो सब ठीक हो गया।
शासकीय सिंधी प्राथमिक शाला के साइड में अब कभी गंदगी दिखाई नहीं देगी। मप्र राज्य अनुसूचित आयोग में दशरथ चौधरी ने शिकायत की थी। इसके बाद आयोग की कड़ी फटकार के बाद सीएमओ के निर्देश पर यहां न केवल कचरा फैकना बंद हो गया बल्कि नगर पालिका ने यहां सीमेंट के खंभों के सहारा मोटी लोहे की जाली लगाकर बाउंड्री कर मिट्टी डाली है और इस मिट्टी में पौधरोपण भी किया है। बता दें कि लगातार नगर पालिका द्वारा कचरा डालने की शिकायतें पहुंचने के बाद आखिरकार मप्र राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने यह निर्देश जारी किये थे। इसमें स्पष्ट किया था कि सिंधी प्राथमिक शाला के जहां अनुसूचित जाति के बच्चे अध्ययन करते हंै, लगातार कचरा डालने से बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पडऩे की आशंका है। यह कार्य अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 एवं संशोधन 2016 में उल्लेखित अपराध की धारा 3 (1) 1 एवं 3 (1) 2 की श्रेणी में आती है। पत्र मिलने के साथ ही सीएमओ हरिओम वर्मा ने सब इंजीनियर मुकेश जैन को निर्देश दिये कि हर हाल में दो दिन के भीतर यहां कचरा डालना बंद कर, स्थान का सौंदर्यीकरण करें। श्री जैन ने पीडब्ल्यूडी की लेबर लगाकर इस स्थान से कचरा हटवाकर मिट्टी डाली और पौधरोपण के बाद खंभों और जाली की मदद से इसे बंद कर दिया है।